Kashmir में आधी रात में हुई मुठभेड़ में मारे गये 5 आतंकी, अमित शाह करेंगे सुरक्षा स्थिति की समीक्षा

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ANI

खबर है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में सितंबर और अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार यह बैठक होगी।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर कड़ा प्रहार जारी है। इस क्रम में कुलगाम जिले में आज सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए। अधिकारियों ने यह बताया कि बुधवार आधी रात के बाद शुरू किए गए अभियान में सुरक्षा बल के दो जवान भी घायल हो गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने बुधवार रात जिले के बेहिबाग इलाके के कद्देर गांव में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलाईं जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया।

अमित शाह करेंगे सुरक्षा स्थिति की समीक्षा

इस बीच, खबर है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में सितंबर और अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार यह बैठक होगी। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना, अर्धसैनिक बल, जम्मू-कश्मीर प्रशासन, खुफिया एजेंसी और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हो सकते हैं। सूत्रों ने बताया, ‘‘गृह मंत्री जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे। उन्हें केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के मौजूदा हालात और सीमावर्ती इलाकों की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी।’’ केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने के बाद यह अमित शाह की पहली बैठक होगी।

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केंद्र सरकार द्वारा साल 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने के बाद यहां की कानून-व्यवस्था केंद्र सरकार की प्रत्यक्ष जिम्मेदारी है। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री साल 2025 के लिए जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा के बारे में तैयार की गई रणनीति पर विस्तार रूप से चर्चा कर सकते हैं। जम्मू-कश्मीर में इस साल कई बार आतंकवादी घटनाएं सामने आईं। सूत्रों ने बताया कि बैठक में हाल की आतंकवादी घटनाओं पर विचार-विमर्श किए जाने की संभावना है तथा आने वाले दिनों में ऐसे हमलों को रोकने के लिए उठाए जाने वाले संभावित कदमों पर भी चर्चा की जा सकती है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में साल 2019 में 142 आतंकवादी मारे गए थे और इस साल अब तक यह संख्या लगभग 45 ही है। इसके मुताबिक, केंद्र शासित प्रदेश में 2019 में 50 नागरिक मारे गए थे, जबकि इस साल नवंबर के पहले सप्ताह तक यह आंकड़ा घटकर 14 रह गया।

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