Prabhasakshi NewsRoom: Resort Politics अब International Tour में बदली, मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले TDP, YSRCP के पार्षद मलेशिया और श्रीलंका घूम रहे

ग्रेटर विशाखापट्टनम नगर निगम में वाईएसआरसीपी के पास 98 में से 59 सीटें हैं, जबकि टीडीपी के पास 29 सीटें हैं, जिसमें जनसेना पार्टी के तीन पार्षदों का समर्थन भी शामिल है। टीडीपी के एक पार्षद ने बताया, 'विशाखापट्टनम से 25 तेदेपा पार्षद अपने परिवार के साथ मलेशिया घूमने गए हैं।'
आपने अक्सर देखा होगा कि किसी राज्य में राज्यसभा या विधान परिषद के चुनाव या फिर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से पहले राजनीतिक पार्टियां अपने विधायकों को किसी दूसरे राज्य के रिसॉर्ट में ठहरा देती हैं ताकि उनके विधायकों में कोई दूसरा दल सेंध नहीं लगा सके। अब आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से जो मामला सामने आया है वह दर्शा रहा है कि घरेलू रिसॉर्ट पॉलिटिक्स के दिन अब लद गये और विदेश घूमने का दौर आ गया है। हम आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश में तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने 19 अप्रैल को विशाखापत्तनम की मेयर जी हरि वेंकट कुमारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले अपने पार्षदों को विदेश भेज दिया है। टीडीपी के पार्षद जहां मलेशिया गये हैं वहीं वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पार्षद श्रीलंका में मौज मस्ती कर रहे हैं। हम आपको बता दें कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी वर्तमान में ग्रेटर विजाग नगर निगम (जीवीएमसी) चलाती है। जी. हरि वेंकट कुमारी के अलावा, उप महापौर जे. श्रीधर और के. सतीश भी वाईएसआरसीपी से हैं। पिछले साल राज्य में सत्ता खोने के बाद से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर है क्योंकि इसके कई बड़े और छोटे नेता टीडीपी में शामिल हो गए हैं।
हम आपको बता दें कि ग्रेटर विशाखापट्टनम नगर निगम (जीवीएमसी) में वाईएसआरसीपी के पास 98 में से 59 सीटें हैं, जबकि टीडीपी के पास 29 सीटें हैं, जिसमें जनसेना पार्टी के तीन पार्षदों का समर्थन भी शामिल है। टीडीपी के एक पार्षद ने बताया, ‘‘विशाखापट्टनम से 25 तेदेपा पार्षद अपने परिवार के साथ मलेशिया घूमने गए हैं।’’ तेदेपा नेता ने कहा कि पार्षदों को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के दबाव और प्रभाव से बचाने के लिए भेजा गया है। तेदेपा पार्षद ने कहा कि सभी अपने फैसले पर अडिग हैं। तेदेपा के एक सूत्र ने बताया कि पार्टी यात्रा और रहने-खाने का सारा खर्च वहन करेगी। दूसरी ओर, वाईएसआरसीपी सूत्रों ने बताया कि संभावित ‘क्रॉस-वोटिंग’ को रोकने के लिए पार्टी के पार्षदों को शुरू में बेंगलुरु के पास एक रिसॉर्ट में रखा गया था लेकिन अब उन्हें श्रीलंका भेजा जा रहा है। इस बीच, जीवीएमसी के डिप्टी मेयर जियानी श्रीधर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लगभग 30 सदस्य श्रीलंका में विभिन्न स्थानों पर गए हैं। मैं स्थानों का खुलासा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि सभी वाईएसआरसीपी पार्षद 19 अप्रैल को मतदान नहीं करेंगे। हममें से कुछ लोग मतदान के बाद ही विजाग लौटेंगे।
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हम आपको बता दें कि टीडीपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नजर विशाखापट्टनम की कमान संभालने पर है। 2024 के चुनावों में राजग ने इस क्षेत्र की सभी सातों विधानसभा सीटें जीतीं थीं। एनडीए का दावा है कि उसके पास 65 से 70 पार्षद हैं। अविश्वास प्रस्ताव जीतने के लिए उसे 74 वोटों की जरूरत है। देखा जाये तो विशाखापत्तनम पर कब्ज़ा करना टीडीपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के लिए बड़ी जीत होगी। 2024 के चुनावों में एनडीए ने विशाखापत्तनम की सभी सात सीटों पर कब्ज़ा कर लिया था जबकि टीडीपी नेता एम श्रीभारत ने विशाखापत्तनम लोकसभा क्षेत्र से 5.4 लाख वोटों से जीत हासिल की थी। हम आपको यह भी बता दें कि एक विधायक ने बताया है कि जब टीडीपी के फ्लोर लीडर पी श्रीनिवास राव ने मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, तो उसमें 69 पार्षदों के हस्ताक्षर थे। उन्होंने कहा कि हमारे पास करीब 70 पार्षदों का समर्थन है और मतदान से पहले हमें और अधिक पार्षदों का समर्थन मिलने की उम्मीद है। हम आपको एक बार फिर बता दें कि टीडीपी के पार्षदों ने 22 मार्च को महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। मतदान की 19 अप्रैल की समय-सीमा नजदीक आने के साथ ही, दोनों खेमों के बीच तनातनी तेज हो गयी है।
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