स्टालिन ने घर के बाहर नहीं चाहिए CAA और NRC की रंगोली बनवाकर दर्ज किया विरोध
रंगोली बनाकर संशोधित नागरिकता कानून के प्रति विरोध जाहिर करने वाले प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए यहां द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के घर के प्रवेश पर एक पारंपरिक रंगोली बनाई गई, जिसमें लिखा था कि विवादित कानून नहीं चाहिए। तमिल में ‘कोलम’ कही जाने वाले रंगोली में लिखा गया, “वेंडम सीएए-एनआरसी (नहीं चाहिए सीएए-एनआरसी)।”
चेन्नई। रंगोली बनाकर संशोधित नागरिकता कानून के प्रति विरोध जाहिर करने वाले प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए यहां द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के घर के प्रवेश पर एक पारंपरिक रंगोली बनाई गई, जिसमें लिखा था कि विवादित कानून नहीं चाहिए। तमिल में ‘कोलम’ कही जाने वाले रंगोली में लिखा गया, “वेंडम सीएए-एनआरसी (नहीं चाहिए सीएए-एनआरसी)।”
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इसी तरह की रंगोली द्रमुक के दिवंगत प्रमुख करुणानिधि के घर के बाहर भी बनाई गई। रंगोली बनाकर सीएए का विरोध करने के लिए रविवार को यहां पांच महिलाओं समेत आठ लोगों को कुछ समय के लिए हिरासत में ले लिया गया था। इस समूह ने दक्षिण चेन्नई के बसंत नगर इलाके में प्रदर्शन किया था।
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उन्होंने सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का विरोध जताने के लिए ‘कोलम’ का इस्तेमाल किया और “नहीं चाहिए एनआरसी, एनपीआर” के नारे लगाए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। स्टालिन ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की और अन्नाद्रमुक सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने असहमति जताने के लिए “संविधान के तहत मिले मूलभूत अधिकारों का भी प्रयोग नहीं करने दिया।”
#NRC_CAA_Protests எங்கள் இல்லத்தில்.. pic.twitter.com/e7nZ13YLPZ
— M.K.Stalin (@mkstalin) December 30, 2019
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