राम जन्मभूमि परिसर में मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी, 25 किलो पंचामृत के साथ फल का लगा भोग
श्री राम जन्मभूमि परिसर में भगवान श्री कृष्ण के सांस्कृतिक जन्मोत्सव पर सवा कुंटल पंजीरी और 25 किलो पंचामृत का लगाया गया भोग, देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रसाद का होगा वितरण।
अयोध्या। राम जन्मभूमि परिसर के आस्थान मंदिर में बीदर विराजमान भगवान श्री रामलला के दरबार में देर रात्रि भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान परिषद में मौजूद सुरक्षा के अधिकारी भगवान के सांकेतिक जन्मोत्सव के गवाह बने। श्री रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास में रात्रि 12:00 बजे भगवान का सांकेतिक जन्म कराया। जिसके बाद सवा कुंटल पंजीरी और 25 किलो पंचामृत के साथ फल और मीठे का भोग लगाया गया।
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राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है ऐसे में परिसर में होने वाले सभी आयोजन को भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। चैत्र नवमी को भगवान श्रीराम का जन्म उत्सव मनाए जाने के बाद माघ के अष्टमी तिथि को भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव मनाए जाने की परंपरा का निर्वाह राम जन्मभूमि परिसर में किया गया। वैसे तो यह परंपरा वृंदावन मथुरा का है। लेकिन कहा गया है कि (जग में सुंदर हैं दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम ) जिसको लेकर अयोध्या के मठ मंदिरों में कान्हा के जन्म उत्सव का आयोजन भी बड़े भव्यता के साथ मनाया जाता है।
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राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि देर रात्रि श्री राम जन्मभूमि परिसर में भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव मनाया गया इसके लिए पहले भगवान श्री राम लला को स्नान कराए जाने के बाद श्रृंगार का राजा और रात्रि 12:00 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव सांस्कृतिक रूप में कराया गया इस दौरान सवा कुंटल पंजीरी 25 किलो पंचामृत, 12 किलो पेड़ा व फल से भोग लगाया जिसके प्रसाद का वितरण परिसर में मौजूद सुरक्षा के जवानों को दिया गया तो वही बताया कि श्री कृष्ण जन्म अष्टमी का यह प्रसाद अयोध्या सहित कई क्षेत्रों में भी भेजे जाने की योजना श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बनाई है जिसके लिए इस विशेष पैकिंग में इसे भेजा जाएगा।
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