सामना के जरिए बोली शिवसेना, शिव कैलाश में विराजमान और 'भक्त' उन्हें कहीं और ढूंढ़ रहे
सामना में प्रकाशित लेख के अनुसार मोदी सरकार इन दिनों मस्जिदों में शिवलिंग ढूंढ रही है। उनका फोकस विभिन्न स्थानों के नाम को बदलने पर है। हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर ही अब बीजेपी का विकास मॉडल बन चुका है।
ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वेक्षण करने वाले टीम ने गुरुवार को वाराणसी की अदालत को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस बीच आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होगी। वहीं शिवसेना ने अब अपने मुखपत्र सामना के जरिये बीजेपी पर निशाना साधा है। सामना के जरिये शिवसेना ने ज्ञानवापी मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीतिक कारणों की वजह से बीजेपी इस मुद्दे हो उठा रही है। 2024 का उत्खनन शुरू नाम से लिखे गए लेख में कहा गया कि ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा बीजेपी ने एजेंडे पर ले लिया है। मामला कोर्ट में चल रहा है। मंदिर या मस्जिद इसका उत्खनन कोर्ट के सर्वेयर द्वारा किए जाने के बाद मस्जिद परिसर में शिवलिंग मिलने की बात कही गई।
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सामना में प्रकाशित लेख के अनुसार मोदी सरकार इन दिनों मस्जिदों में शिवलिंग ढूंढ रही है। उनका फोकस विभिन्न स्थानों के नाम को बदलने पर है। हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर ही अब बीजेपी का विकास मॉडल बन चुका है। शिवसेना ने कहा कि कैलाश पर्वत समस्त हिन्दुओं की आस्था का केंद्र है। कैलाश पर्वत पर भगवान शिव विराजमान हैं। उस जगह पर चीन का कब्जा है और भक्त लोग उन्हें ताजमहल के नीचे ढूंढ रहे हैं। बीजेपी नेता अब इस बात को भी फैला रहे हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ का नाम लक्ष्मणपुर करने जा रहे हैं। बीजेपी का विकास का मॉडल इसी तरह से चल रहा है।
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