किसानों के प्रदर्शन की वजह से सिंघू बॉर्डर पर लगा सात किलोमीटर लंबा जाम
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Nov 28 2020 2:14PM
हरियाणा व दिल्ली पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग कर किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोक रखा है। हालांकि,सरकार ने दिल्ली के बुराड़ी स्थित निरंकारी मैदान में प्रदर्शन की इजाजत दे दी है, लेकिन किसान वहां जाने को तैयार नहीं है और बॉर्डर पर जमे हुए है।
सोनीपत। केंद्र द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाने पर अड़े हजारों किसान गत 24 घंटे से सिंघू बॉर्डर पर जमे हुए जिसकी वजह से करीब सात किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। वहीं, सीमा पर जमे किसान दोपहर में बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे। हरियाणा व दिल्ली पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग कर किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोक रखा है। हालांकि,सरकार ने दिल्ली के बुराड़ी स्थित निरंकारी मैदान में प्रदर्शन की इजाजत दे दी है, लेकिन किसान वहां जाने को तैयार नहीं है और बॉर्डर पर जमे हुए है।
किसानों के धरने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 पर से सिंघु राई बीसवां मील चौंक से बॉर्डर तक लगभग सात किलोमीटर लंबा भीषण जाम लगा है। इसकी वजह से पानीपत से आने वाले वाहन जाम में फंसे हैं। जाम के मद्देनजर पुलिस पानीपत की ओर से आने वाले वाहनों को सोनीपत और खेवड़ा की ओर डायवर्ट कर रही है। इसके अलावा पुलिस ने बीसवांमील चौक पर नाका लगाकर वाहनों को बार्डर की ओर जाने से रोक दिया है। ट्रकों की लगी कतारों की वजह से बीसवां मील चौंक से लेकर सिंघू बॉर्डर तक जाम लग गया है। जाम की वजह से फल-सब्जियों और खाद्यान्न से भरे ट्रक भी जीटी रोड पर ही फंसे हैं।Delhi: Security deployment at Tikri border as protesting farmers are gathered here despite being given permission to hold their demonstrations at the Nirankari Samagam Ground in Burari area pic.twitter.com/mpYSvyQU5x
— ANI (@ANI) November 28, 2020
इसे भी पढ़ें: किसान आंदोलन के समर्थन में वाम दलों ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सौंपा ज्ञापन
जाम की वजह से दैनिक यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वे पैदल ही जाने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं, सड़क पर ही हुक्का और अन्य साजो सामान के साथ बैठे किसान आगे की रणनीति बना रहे हैं। किसानों ने सुबह 11 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों ने मांग की है कि सरकार के प्रतिनिधि सिंघू बॉर्डर आकर उनकी बातें सुने और उनकी मांगे पूरी करें।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:
अन्य न्यूज़