Ayodhya में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम देख हो जाएंगे हैरान, सरयू नदी से लेकर आसमान तक है कड़ी निगरानी की व्यवस्था
एसपीजी की टीम कार्यक्रम की शुरुआत से पहले अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेगी। बता दें कि सुरक्षा के लिए स्पेशल कमांडो, सीआरपीएफ की टीमें तैनात की गई है। इसके अलावा यूपी एटीएस और रैपिड एक्शन फोर्स को भी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अयोध्या में श्री राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए भव्य तैयारियां की जा रही है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए कई तैयारियां की जा रही है। इसी कड़ी में हर तरफ सुरक्षा के भी बेहद कड़े बंदोबस्त किए गए है। सुरक्षा का इंतजाम ऐसा है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे। इस ऐतिहासिक समारोह में सुरक्षा के लिए जल, थल और नभ हर जगह चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक ना हो।
अयोध्या नगरी में एंट्री ड्रोन सिस्टम लगाया गया है जिससे सुरक्षा पर हर तरफ से नजर रखी जाएगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम को बनाया गया है, जिससे फिजिकल चैकिंग और वेरिफिकेशन के साथ उच्च स्तरीय सुरक्षा तकनीक उपयोग में लाई जा सकेगी। शहर की सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक ना हो इसके लिए शहर के लोगों की मदद भी ली गई है। जिन घरों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं उन्हें पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है ताकि किसी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके। पुलिस ने ई रिक्शा, टैक्सी, होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस कर्मचारियों को भी निर्देश दिए हैं कि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जाए।
अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसपीजी के हाथों में पूरी जिम्मेदारी होगी। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले ही सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी को मिलेगी। एसपीजी की टीम कार्यक्रम की शुरुआत से पहले अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेगी। बता दें कि सुरक्षा के लिए स्पेशल कमांडो, सीआरपीएफ की टीमें तैनात की गई है। इसके अलावा यूपी एटीएस और रैपिड एक्शन फोर्स को भी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 11,000 अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैनात किया जाएगा, दिसमें अर्धसैनिक बल के जवान भी शामिल है।
ऐसे होगी सरयू नदी की सुरक्षा
सरयू नदी में भी सूरक्षा के सभी इंतजाम किए जाएंगे। इस दौरान सरयू नदी में नांव चलाने वाले नाविकों का वेरिफिकेशन भी करवाया गया है। जल पुलिस की तैनाती की गई है। सरयू नदी में निगरानी करने के लिए जल पुलिस को भी अतिरिक्त हाई स्पीड बोट दी गई है, जिससे हर तरफ निगरानी की जा सके। अयोध्या में संदिग्ध ड्रोन को भी नष्ट करने के लिए सिस्टम लगाए गए है।
अयोध्या हवाई अड्डे की सुरक्षा करेंगे सीआईएसएफ के करीब 150 सशस्त्र कमांडो
अयोध्या में नवनिर्मित महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसफ) के 150 से अधिक सशस्त्र सुरक्षा कमांडो संभालेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 22 जनवरी को राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले इस आश्य की मंजूरी दी। ‘महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्याधाम’ केंद्रीय बल के विशेष विमानन सुरक्षा समूह (एएसजी) की सुरक्षा वाला देश का 68वां नागरिक हवाई अड्डा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीआईएसएफ अयोध्या हवाई अड्डे को आतंकवाद विरोधी और विध्वंस रोधी सुरक्षा प्रदान करेगा। इस हवाई अड्डे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसंबर 2023 में किया था।
सूत्रों ने बताया कि बल यात्रियों और उनके सामान की जांच करेगा और पूरे हवाई अड्डा परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा जैसा कि वह अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर करता है। उन्होंने बताया कि अयोध्या हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा एक डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी की कमान के तहत 150 से अधिक सीआईएसएफ कर्मियों की एक सशस्त्र टुकड़ी को मंजूरी दी गई है। इस हवाई अड्डे का विस्तार चरणबद्ध तरीके से कुल 821 एकड़ भूमि पर होना है। ‘पीटीआई-भाषा’ ने पिछले साल खबर दी थी कि अयोध्या में बने हवाई अड्डे पर खतरे की आशंका को देखते इसकी सुरक्षा सीआईएसएफ के जिम्मे सौंपी जाएगी।
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