विद्यालयों को धर्मांतरण में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी : शिवराज सिंह चौहान
चौहान ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने उस निजी स्कूल पर लगे आरोपों की जांच के आदेश दिये थे, जिसने छात्राओं को वर्दी के रूप में हिजाब जैसा ‘हेड स्कार्फ’ पहनाया। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के ऐसे सभी विद्यालयों की जांच की जाएगी।
मुरैना। मध्य प्रदेश के दमोह में छात्राओं की वर्दी से जुड़े विवाद को लेकर गंगा-जमुना उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि विद्यालयों को धर्मांतरण में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी और वर्दी को लेकर ऐसा नियम लागू नहीं किया जायेगा, जो भारतीय संस्कृति के अनुरूप न हो। चौहान ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने उस निजी स्कूल पर लगे आरोपों की जांच के आदेश दिये थे, जिसने छात्राओं को वर्दी के रूप में हिजाब जैसा ‘हेड स्कार्फ’ पहनाया। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के ऐसे सभी विद्यालयों की जांच की जाएगी।
किसी भी संस्था को धर्म परिवर्तन करने या वर्दी संबंधी ऐसा नियम लागू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जो भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार न हो।’’ चौहान ने कहा, ‘‘हम इस घटना की गहन जांच कर रहे हैं और इसमें शामिल आरोपियों को नहीं बख्शेंगे।’’ मुख्यमंत्री एक सुरक्षाकर्मी के बेटे की शादी में शामिल होने मुरैना गए थे। यह सुरक्षाकर्मी पिछले 25 वर्षों से चौहान के लिए काम कर रहा है। राज्य के शिक्षा विभाग ने पिछले हफ्ते गंगा-जमुना उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की मान्यता निलंबित कर दी थी, क्योंकि एक पोस्टर में हिंदू छात्राओं सहित अन्य लड़कियों को वर्दी के हिस्से के तौर पर हिजाब की तरह दिखने वाले ‘हेड स्कार्फ’ को पहने हुए दिखाया गया था।
वर्दी विवाद के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों से कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 295(ए) (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके अपमानित करने का इरादा) और 506 (बी) (मामले में आपराधिक धमकी) के तहत दमोह में स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान जांच में जो भी बिंदु आएंगे उसके अनुसार मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा था कि उन्होंने मामले की उच्च-स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।
इससे पहले बुधवार को वर्दी से जुड़े विवाद में स्कूल का पक्ष लेने के आरोप में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) पर कथित रूप से स्याही फेंकने के मामले में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। स्याही फेंकने की घटना मंगलवार दोपहर की है, जब डीईओ एस के मिश्रा का वाहन कार्यालय परिसर से बाहर निकल रहा था। भाजपा की दमोह जिला इकाई के उपाध्यक्ष अमित बजाज ने स्याही फेंकने की जिम्मेदारी ली है।
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पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने बुधवार को बताया कि डीईओ मिश्रा की शिकायत पर अमित बजाज, मोंटी रैकवार और संदीप शर्मा के खिलाफ सरकारी अधिकारी को कार्य करने से रोकने और अपमानित करने के इरादे से मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया है। डीईओ पर स्याही फेंके जाने के बाद बजाज ने आरोप लगाया कि मिश्रा ने मामले को दबाने की कोशिश की, जबकि उन्हें स्कूल में अवैध गतिविधियों की जानकारी थी।
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