Maharashtra Election के बीच गूंज रहा आरक्षण का मुद्दा, Rahul Gandhi के बयान का पटोले ने किया समर्थन, BJP का विरोध
संविधान और आरक्षण को लेकर नाना पटोले ने बीजेपी पर निशाना साधा था। इसके बाद उन्होंने कहा कि वो दिन अब दूर नहीं जब आरक्षण खत्म हो जाएगा। गौरतलब है कि नाना पटोले बीजेपी को आरक्षण खत्म करने वाली पार्टी बता रहे है।
संविधान और आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी उथल पुथल देखने को मिल रही है। एक तरफ आरक्षण का मुद्दा अपने आप में ही गर्म है वहीं कांग्रेस के नेता इस मुद्दे पर बयान देकर खुद अपनी किरकिरी भी करवा रहे है। इसी कड़ी में अब महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने बड़ा बयान दिया है।
संविधान और आरक्षण को लेकर नाना पटोले ने बीजेपी पर निशाना साधा था। इसके बाद उन्होंने कहा कि वो दिन अब दूर नहीं जब आरक्षण खत्म हो जाएगा। गौरतलब है कि नाना पटोले बीजेपी को आरक्षण खत्म करने वाली पार्टी बता रहे है। नाना पटोले ने लोकसभा में पार्टी अध्यक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया है। इस बयान में राहुल गांधी ने कहा था कि आने वाले कुछ दिनों में मोदी सरकार सभी एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले के बयान पर बीजेपी ने भी कहा कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता के बाद से ही संविधान और उसके निर्माता भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर को दूर रखा है। गौरतलब है कि कांग्रेस को डॉ. अंबेडकर से दो बार हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस ने बदला लेने के लिए उनसे इस्तीफा लिया था। बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान में जो लाभ और प्रावधान बनाएं हैं कांग्रेस ने उन्हें पूरी तररह से कभी लागू नहीं होने दिया है।
कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान भारत में दो संविधान लागू हो चुके थे यानी कश्मीर के लिए अलग संविधान बनाया गया था और भारत के लिए अलग संविधान लागू हुआ था। कांग्रेस के नेताओं की बदौलत ही देश में कभी एक संविधान लागू नहीं हो सका। कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान दलितों पर अत्याचार की घटनाएं सबसे अधिक हुआ करती थी। संविधान और बाबासाहेब अंबेडकर के विषय में कांग्रेस ने सिर्फ इसी चुनावी जुमले की तरह उपयोग किया है। पंजाबी संविधान का जिक्र होता है तो कांग्रेस संविधान को खतरे में होने का नारा देती है। इसकी बदौलत ही कांग्रेस कई बार सत्ता हासिल करने में सफल हुई है। हालांकि दिल से कभी कांग्रेस ने संविधान का सम्मान नहीं किया है।
संविधान और दलितों की तुलना में कांग्रेस को मुस्लिम समाज अधिक प्रिय रहा है। यही कारण रहा कि भारत के संसाधनों पर मुस्लिम समाज को पहले अधिकार दिया जाता है। ऐसा बयान कांग्रेस के एक सर्वोच्च नेता ने दिया था। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता श्याम पित्रोदा ने भी बयान दिया था कि देश में मौजूद साधनों का सामान वितरण होना चाहिए। उनकी इस बयान के बाद काफी हंगामा हो जाता है उसके बाद कांग्रेस पार्टी ने पद से हटा दिया था।
पंडित जवाहरलाल नेहरू इंदिरा गांधी राजीव गांधी हमेशा से ही बाबा साहब अंबेडकर द्वारा जो आरक्षण दिए गए हैं उसके विरोध में ही खड़े रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष में बैठे कांग्रेस नेता राहुल गांधी का रुख भी ऐसा ही है। वर्ष हुआ था 24 के लोकसभा चुनाव में संविधान बढ़ाने का नारा देकर लोकसभा चुनाव में भाजपा 400 सीटों के साथ सत्ता में आई है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने कहना शुरू कर दिया है कि संविधान बदल जाएगा और आरक्षण हटाया जाएगा यह सभी झूठे नारे पार्टी ने दिए हैं।
इस अफवाह को काफी योजनाबद्ध तरीके से चुनाव के दौरान कांग्रेस ने फैलाया था और काफी हद तक यह सच भी लग रही थी। इसे झूठ प्रोपेगेंडा के जरिए कांग्रेस पार्टी को काफी अधिक वोट मिले लेकिन पार्टी 99 सीटों से अधिक का आंकड़ा पार नहीं कर सकी। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भी 240 सीटें लेकर भारतीय जनता पार्टी और एनडीए ही सत्ता में लौटी।
लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की भूमिका को लेकर काफी हलचल थी जिसके बाद लोकसभा में विपक्ष की नेता राहुल गांधी का विदेश दौरा भी शुरू हुआ। इस विदेश दौरे के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता में आती है तो आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा हालांकि राहुल गांधी के प्रेम में पड़े भारतीय मिलियन इसका अधिक प्रसार नहीं किया वहीं कांग्रेस नेताओं ने इस पर सीधी स्पष्ट भूमिका भी नहीं निभाई। वही नाना पटोले ने राहुल गांधी की भूमिका को सही बताते हुए कहा है कि राहुल गांधी ने आरक्षण खत्म करने को लेकर जो बयान दिया है उसमें कोई गलत बात नहीं है। गोवर्धन भाई की कांग्रेस पार्टी देश में लगवा आरक्षण को खत्म करना चाहती है जिसका रुख नाना पाटेकर के बयान से भी साबित होता है। भारतीय जनता पार्टी ने रिकॉर्ड बहुमत होने के बाद भी रिजर्वेशन को लागू किया हुआ है। वही नॉन क्रीमी लेयर की सीमा भी भाजपा ने खत्म कर दी है।
कांग्रेस ने आरक्षण पर क्या किया
कांग्रेस सरकार के दौरान दलितों पर अत्याचार की घटनाएं काफी अधिक सामने आई थी। अगर गलती से कांग्रेस पार्टी सत्ता में आ जाती तो एसी, एसटी और ओबीसी जैसे आरक्षण को रद्द करेगी।
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