मध्यप्रदेश की राजनीति में क्षेत्रवाद का कोई स्थान नहीं : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश की राजनीति कभी भी व्यक्तिवादी नहीं रही,यहां सदैव राष्ट्रवादी राजनीति के स्वर मुखर रहे हैं और यहां क्षेत्रीयता पर राजनीति को कभी आधार प्राप्त नहीं हुआ।
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश की राजनीति कभी भी व्यक्तिवादी नहीं रही,यहां सदैव राष्ट्रवादी राजनीति के स्वर मुखर रहे हैं और यहां क्षेत्रीयता पर राजनीति को कभी आधार प्राप्त नहीं हुआ। मुख्यमंत्री चौहान भोपाल में बृहस्पतिवार को राजनीतिक विश्लेषक गिरिजाशंकर की दो पुस्तकें समकालीन राजनीति-मध्य प्रदेश और चुनावी राजनीति-मध्य प्रदेश के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर तथा अन्य नागरिक मौजूद थे।
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चौहान ने कहा, ‘‘ मध्यप्रदेश की राजनीति कभी भी व्यक्तिवादी नहीं रही। मध्यप्रदेश में सदैव राष्ट्रवादी राजनीति के स्वर मुखर रहे हैं। यहां क्षेत्रीयता पर राजनीति को कभी आधार प्राप्त नहीं हुआ। मध्यप्रदेश में दो ध्रुवीय राजनीति की परम्परा रही है।’’ उन्होंने कहा कि गिरिजा शंकर की पुस्तकों में प्रदेश की सभी राजनीतिक परिस्थितियों का यथार्थपरक विवरण है। पुस्तकें प्रदेश के गठन के बाद की सभी घटनाओं का विस्तृत और सूक्ष्म विश्लेषण करते हुए आगे बढ़ती हैं।
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पचौरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तो होती है, राजनीतिक शत्रुता नहीं होती।उन्होंने कहा कि राजनीति में व्यवहार की शालीनता, प्रदेश की धरोहर हैं, यहां चुनावों के बाद सत्ता के हस्तांतरण की प्रक्रिया में भी शालीनता विद्यमान रहती है। उन्होंने कहा कि गिरिजा शंकर की पुस्तकों ने प्रदेश के राजनैतिक घटनाक्रम को आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित किया है।
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