किसान नेता राकेश टिकैत की धमकी, कृषि बिल वापस नहीं लिया तो गुजरात में ट्रैक्टर आंदोलन करेंगे

rakesh Tikait

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने गुजरात में किसान ट्रैक्टर आंदोलन शुरू करने की धमकी देते हुए सोमवार को कहा कि राज्य की राजधानी गांधीनगर का घेराव करने का समय आ गया है और जरूरत पड़ी तो बैरिकेड भी तोड़ेंगे।

अहमदाबाद। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने गुजरात में किसान ट्रैक्टर आंदोलन शुरू करने की धमकी देते हुए सोमवार को कहा कि राज्य की राजधानी गांधीनगर का घेराव करने का समय आ गया है और जरूरत पड़ी तो बैरिकेड भी तोड़ेंगे। साबरमती आश्रम के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए टिकैत ने दावा किया कि गुजरात के किसान खुश नहीं हैं और त्रस्त हैं। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सैकड़ों किसान पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं।

इसे भी पढ़ें: राघव चड्ढा ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- 'वैक्सीनेशन का राष्ट्रवाद' कहा खो गया ?

उनकी मांग है कि सरकार इन कानूनों को निरस्त करे और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाए। प्रदर्शनकारी किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकाली थी। टिकैत ने कहा, “किसान अपने ट्रैक्टरों का उपयोग करके गुजरात में आंदोलन करेंगे। गांधीनगर के घेराव और सड़कों को अवरूद्ध करने का समय आ गया है। यदि जरूरत पड़ी तो हम बैरिकेड भी तोड़ेंगे। ” भाकियू के नेता तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रचार करने के लिए रविवार से गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं। यात्रा के दूसरे दिन, टिकैत ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के साथ साबरमती आश्रम में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। टिकैत ने कहा, “यहां आंदोलन न होने से किसान त्रस्त हैं। किसानों को यह कहने को मजबूर किया जाता है कि वे खुश हैं और लाभ कमा रहे हैं। कृपया हमें भी वह तकनीक दें जो गुजरात के किसानों को लाभ कमाने में मदद कर रही है। ”

इसे भी पढ़ें: बंगाल में तीसरे चरण के चुनाव की तैयारी पूरी, 31 सीटों पर 205 उम्मीदवार मैदान में उतरे

उन्होंने दावा किया कि बनासकांठा के किसान तीन रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आलू बेचने को मजबूर हैं। गुजरात के लिए भावी योजना के बारे में पूछने पर टिकैत ने कहा, “क्या यह किसानों को खुश करने के लिए पर्याप्त है? हम यहां किसानों के मन से डर निकालने आए हैं। हम शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करेंगे।” बाद में, टिकैत और वाघेला आणंद जिले के करमसद शहर पहुंचे और सरदार वल्लभभाई पटेल को उनके पैतृक स्थान पर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद टिकैत सूरत के बारदोली के लिए रवाना हो गए जहां वह शाम में किसानों को संबोधित करेंगे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़