मध्य प्रदेश के सिहोरा में जमकर बरसे राकेश टिकैत, जबलपुर को बताया क्रांति का उद्गम स्थल

Rakesh Tikait
दिनेश शुक्ल । Mar 15 2021 9:21PM

कृषि कानूनों के खिलाफ तीन महीने से जारी आंदोलनरत किसानों के नेता राकेश टिकैत सोमवार को जबलपुर पहुंचे थे। उन्होंने जिले के सिहोरा मंडी में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए मां नर्मदा को नमन किया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के किसानों की स्थिति ठीक नहीं है

जबलपुर। कृषि कानून के खिलाफ देश भर में जारी आंदोलन के बीच जबलपुर के सिहोरा में आयोजित किसान महापंचायत में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के किसान नेता राकेश टिकैत ने केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश का किसान भी अब आक्रोश दिखाएगा और देश भर में जारी आंदोलन में शामिल होगा। इस दौरान उन्होंने जबलपुर को क्रांति का उद्गम स्थल बताया। 

 

इसे भी पढ़ें: मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल का निष्कासन, कमलनाथ पर लगाए गंभीर आरोप

कृषि कानूनों के खिलाफ तीन महीने से जारी आंदोलनरत किसानों के नेता राकेश टिकैत सोमवार को जबलपुर पहुंचे थे। उन्होंने जिले के सिहोरा मंडी में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए मां नर्मदा को नमन किया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के किसानों की स्थिति ठीक नहीं है, यहां के किसानों को बहला-फुसलाकर आंदोलन में शामिल होने नहीं दिया जा रहा है। लेकिन यह ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा, क्योंकि अब किसान के साथ नौजवान भी जाग गया है और वह अच्छी तरह से जान गया कि कृषि कानून बिल किसानों के लिए कितना नुकसानदायक है।

 

इसे भी पढ़ें: भाजपा को दुनियां की सबसे बड़ी पार्टी बनाने में ग्वालियर के तपोनिष्ठ कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका : विष्णुदत्त शर्मा

उन्होंने महापंचायत में कृषि कानून को रद्द करने की मांग करने के साथ ही केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कानून किसानों के लिए मजाक है। केन्द्र सरकार किसानों को गुलाम बनाना चाहती है और इसी का नतीजा है कि वह कृषि कानून लेकर आई है। उन्होंने कहा कि जबलपुर और मध्य प्रदेश का किसान गेहूं की फसल आने के बाद उसका व्यापार कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर करेगा। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि किसान मंडी के बाहर अपना गेहूं बेंच सकेंगे। इसलिए किसान सरकारी कार्यालयों के बाहर खड़े होकर गेहूं बेचेंगे। उन्होंने कहा कि जबलपुर क्रांति का उदगम स्थल है, यहां से क्रांति की मशाल जलानी पड़ेगी। यही भारत का केंद्र बिंदु है।

 

इसे भी पढ़ें: आत्मनिर्भर भारत का रास्ता कृषि और ग्रामीण क्षेत्र से होकर जाता है- नितिन गडकरी

बता दें कि टिकैत के सिहोरा पहुंचने के पहले वहां किसान पंचायत के लिए तैयार मंच के साथ कुछ लोगों ने छेड़छाड़ की थी। बैनर आदि को नष्ट कर दिया था। इसे लेकर काफी हंगामा भी हुआ था। भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने भाजपा के लोगों पर महापंचायत स्थल पर तोड़फोड़ का आरोप लगाया है। दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़