राजीव गांधी फाउंडेशन विवाद: CAIFC के साथ गठजोड़ के आरोप, जाकिर नाइक ने भी कभी दिया था चंदा
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए 21 जून 1991 को सोनिया गांधी ने इस फाउंडेशन की नींव रखी थी। ये फाउंडेशन एजुकेशन, साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रमोशन, शोषित (अंडरप्रिवलेज्ड) और दिव्यांगों के एम्पावरमेंट के लिए काम करता है।
चीन के साथ सीमा पर तनाव जारी है। इन सब के बीच बार्डर पर संघर्ष के बाद राजनीति का दौर भी देश में जारी है। कभी राहुल गांधी पूछ रहे सवाल। कभी प्रियंका वाड्रा उठा रहीं सवाल। चीन के साथ हुए संघर्ष को लेकर बुलाए गए सर्वदलीय बैठक में भी सिर्फ कांग्रेस के सुर ही सरकार से जुदा थे। लेकिन अब राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर लगातार हो रहे खुलासे के बाद कांग्रेस पार्टी सवालों के कटघरे में है।
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सीएआईएफसी से साथ कांग्रेस का गठजोड़
राजीव गांधी फाउंडेशन की वेबसाइट का स्कीनशाट शेयर करते हुए बीजेपी मीडिया सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि साल 2004-05 में राजीव गांधी इंस्टीट्यूट फॉर कंटेम्पोरेरी स्टडीज द्वारा शुरू की गई गतिविधियों में से एक है चाइना एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल फ्रेंडली कॉन्टैक्ट (सीएआईएफसी) के रूप में सूचीबद्ध होना। अमित मालवीय ने कहा कि सीएआईएफसी चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की छवि बनाने, खुफिया जानकारी जुटाने और प्रोपेगेंडा चलाने का काम करती है।
On the RGF website, one of the activities undertaken by the RGCIS for 2004-05 is listed as ‘China Association for International Friendly Contact’.
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 26, 2020
What does CAIFC do?
Collect intelligence, conduct propaganda and manage perception for the Communist Party of China.
HT @ajitdatta pic.twitter.com/OtQYH2Y06l
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कांग्रेस को आ रहा चीनी दूतावास से फंड?
भारतीय जनता पार्टी ने इसे पहले आरोप लगाया था कि पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की सरकार और भारत में चीनी दूतावास ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को फंड किया है। सोनिया गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं और इसके बोर्ड में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल हैं। राजीव गांधी फाउंडेशन की सालाना रिपोर्ट के अनुसार साल 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की सरकार और चीनी दूतावास से दो अलग-अलग दानकर्ताओं के रूप में डोनेशन प्राप्त हुआ था।
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राजीव गांधी फाउंडेशन क्या है?
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए 21 जून 1991 को सोनिया गांधी ने इस फाउंडेशन की नींव रखी थी। ये फाउंडेशन एजुकेशन, साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रमोशन, शोषित (अंडरप्रिवलेज्ड) और दिव्यांगों के एम्पावरमेंट के लिए काम करता है। डोनेशन और इन्वेस्टमेंट पर मिलने वाले रिटर्न से इसका काम चलता है।
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भगौड़े मेहुल चौकसी ने दिया फंड
फाउंडेशन को पंजाब नेशनल बैंक में हज़ारों करोड़ रुपए के घोटाले के अभियुक्त मेहुल चोकसी से भी दान मिला था। टाइम्स नाउ की खबर के अनुसार उसने 2014-15 में सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले इस फाउंडेशन में अघोषित दान किया था।
#Exclusive #Breaking | Mehul Choksi too ‘funded’ Rajiv Gandhi Foundation. pic.twitter.com/hoZgPH2q9B
— TIMES NOW (@TimesNow) June 26, 2020
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साल 2011 में जाकिर नाइक ने दिया था 50 लाख का फंड
आतंकियों से रिश्ते होने के आरोपी भगौड़े जाकिर नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने 2011 में राजीव गांधी फाउंडेशन को 50 लाख रुपए दिए थे। हालांकि, कांग्रेस ने बाद में रकम लौटा दी थी। उस वक्त बीजेपी ने कहा था कि रकम लौटाकर लोगों को बेवकूफ बनाया गया है।
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