राहुल की चौखट पर पहुंचा छत्तीसगढ़ कांग्रेस का घमासान, सुलह की कोशिशों के बीच 3 घंटे तक चली बैठक
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक करीब तीन घंटे तक चली। बैठक के बाद कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने इस बात से इनकार किया कि इस बैठक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के सभी संभागों के विकास पर चर्चा हुई।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के साथ बैठक कर दोनों के बीच सुलह का प्रयास किया। सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक करीब तीन घंटे तक चली। बैठक के बाद कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने इस बात से इनकार किया कि इस बैठक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के सभी संभागों के विकास पर चर्चा हुई। हालांकि सूत्रों का कहना है कि यह बैठक दोनों नेताओं के बीच सुलह की कोशिश के तहत बुलाई गई थी और मुख्य रूप से इसी पर केंद्रित भी थी।
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बैठक के दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पुनिया भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में दिसंबर, 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे। सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए, हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने बघेल को मुख्यमंत्री पद से हटाने का कोई संकेत नहीं दिया है। पिछले दिनों बघेल गुट और सिंहदेव गुट के बीच मतभेद उस वक्त और बढ़ गये जब कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर आरोप लगाया था कि वह उनकी हत्या करवाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। बृहस्पति सिंह को मुख्यमंत्री बघेल का करीबी माना जाता है।
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