सदस्यता गंवाने के बाद बोले राहुल, मुझे धमका कर कोई चुप नहीं करा सकता, स्पीकर से शिकायत का कोई नतीजा नहीं निकला
राहुल गांधी ने कहा कि संसद का नियम है कि किसी सदस्य पर कोई आरोप लगाता है तो उस सदस्य को जवाब देने का हक होता है। मैंने चिट्ठी लिखी कोई जवाब नहीं आया।
लोकसभा से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दोपहर अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरे मुद्दे पर अपनी बातें रखी। राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। सवाल मैंने एक ही पूछा था। अडानी जी की फाउंडेशन कंपनी है, जिसमें 20 हजार करोड़ किसी ने इंवेस्ट किया। सवाल ये है कि ये 20 हजार करोड़ किसने हैं। मैंने संसद में पूफ्र लेकर दिखाया। अडानी जी और मोदी जी के रिश्ते के बारे में बताया। ये सभी पब्लिक डोमेन में हैं। रिश्ता पुराना है, जब मोदी जी गुजरात के सीएम थे। हवाई जहाज में मैंने फोटो दिखाई। फिर मेरी स्पीच को स्पंच किया गया। मैंने स्पीकर को चिट्ठी लिखी। मैंने कहा एयरपोर्ट अडानी जी को रूल बदलकर दिए गए। मैंने इसका सबूत भी दिया। फिर भी कोई फर्क नहीं पड़ा।
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राहुल गांधी ने कहा कि संसद का नियम है कि किसी सदस्य पर कोई आरोप लगाता है तो उस सदस्य को जवाब देने का हक होता है। मैंने चिट्ठी लिखी कोई जवाब नहीं आया। स्पीकर के चैंबर में जाकर भी कहा कि इन्होंने झूठा आरोप लगाया और कहा कि आप मुझे बोलने क्यों नहीं दे रहे हैं। फिर स्पीकर मुस्कुरा कर करते हैं कि मैं कुछ नहीं कर सकता। राहुल ने कहा कि मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा और किसी से नहीं डरता हूं।
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की मेरी कोई भी स्पीच देख लीजिए, मैंने हमेशा कहा है कि सब समाज एक हैं। नफरत, हिंसा नहीं होनी चाहिए। ये ओबीसी का मामला नहीं है, ये नरेंद्र मोदी और अडानी के रिश्ते का मामला है। भाजपा ध्यान को भटकाने का काम करती है, कभी ओबीसी की बात करेगी, कभी विदेश की बात करेगी। मुझे फर्क नहीं पड़ता की मैं संसद के अंदर हूं या बाहर हूं। मुझे अपनी तपस्या करनी है, मैं उसे करके दिखाऊंगा।
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