हिंदुओं पर टिप्पणी को लेकर लोकसभा में राहुल गांधी बनाम पीएम मोदी, अमित शाह ने माफी की मांग की
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू डर नहीं फैला सकता। राहुल ने बार-बार भाजपा का नाम लिया। इसके बाद अमित शाह खड़े ने कहा कि नियम इन पर लागू नहीं होता क्या? ये पूरी बीजेपी को हिंसा फैलाने वाला बता रहे हैं। हाउस ऑर्डर में नहीं है। सदन ऐसे नहीं चलेगा।
तीखी नोकझोंक और हंगामे ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी के पहले भाषण को परिभाषित किया, क्योंकि कांग्रेस नेता ने तथाकथित "हिंसक हिंदुओं" पर निशाना साधने से पहले भगवान शिव का एक पोस्टर भी दिखाया। गांधी की टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुरंत पलटवार किया। राहुल गांधी ने कहा कि हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और डर खत्म करने की बात की है...लेकिन, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे केवल हिंसा, नफरत, असत्य की बात करते हैं...आप हिंदू हैं ही नहीं। इसके बाद सदन में हंगामा मच गया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान उन्हें टोका भी।
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मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना बहुत गंभीर मामला है। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के नेता ने जो कहा, उन्हें इसकी माफी मांगनी चाहिए। इस धर्म पर करोड़ों लोग गर्व से हिंदू कहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं उनको गुजारिश करता हूं कि इस्लाम में अभय मुद्रा पर एक बार वो इस्लामिक विद्वानों की राय वो ले लें। शाह ने कहा कि राहुल गांधी को अभय की बात करने का कोई हक नहीं है। इन्होंने इमरजेंसी के दौरान पूरे देश को भयभीत करा. इनको सदन में माफी मांगनी चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू डर नहीं फैला सकता। राहुल ने बार-बार भाजपा का नाम लिया। इसके बाद अमित शाह खड़े ने कहा कि नियम इन पर लागू नहीं होता क्या? ये पूरी बीजेपी को हिंसा फैलाने वाला बता रहे हैं। हाउस ऑर्डर में नहीं है। सदन ऐसे नहीं चलेगा। इसके बाद लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, ''लोकतंत्र और संविधान ने मुझे सिखाया है कि मुझे विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेने की जरूरत है।''
राहुल गांधी ने इस दौरान ने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या ने बीजेपी को मैसेज दिया। अवधेश पासी की ओर संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि ये मैसेज आपके सामने बैठे हुए हैं। मैंने कल कॉफी पीते हुए इनसे पूछा कि हुआ क्या। आपको कब पता लगा कि आप अयोध्या में जीत रहे हो। इन्होंने कहा कि पहले दिन से पता था। अयोध्या में एयरपोर्ट बना, जमीन छिनी गई और आज तक मुआवजा नहीं मिला है। जो भी छोटे-छोटे दुकानदार थे, छोटी-छोटी बिल्डिंग्स थी, सबको गिरा दिया गया और उन लोगों को सड़क पर कर दिया गया।
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उन्होंने कहा कि अयोध्या के इनोग्रेशन में अयोध्या की जनता को बहुत दुख हुआ। अंबानी जी थे, अडानी जी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था। अयोध्या की जनता के दिल में नरेंद्र मोदीजी ने भय। उनकी जमीन ले ली, घर गिरा दिए लेकिन इनोग्रेशन तो छोड़ो उसके बाहर तक नहीं जाने दिया। इन्होंने मुझे एक और बात बोली कि दो बार नरेंद्र मोदी ने टेस्ट किया कि क्या मैं अयोध्या में लड़ जाऊं। सर्वेयर्स ने कहा कि अयोध्या में मत जाना, वहां की जनता हरा देगी इसीलिए पीएम वाराणसी गए और वहां से बचकर निकले।
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