हाथरस की पीड़िता के परिवार से मिले राहुल और प्रियंका, कहा- न्याय के लिए लड़ेंगे
14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था। मंगलवार को सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार को तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
कांग्रेस की ओर से जारी वीडियो के मुताबिक, प्रियंका गांधी के पहुंचने पर पीड़िता की मां उनसे लिपटकर रोने लगी। प्रियंका इसमें उन्हें ढांढस बंधाती दिख रही हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ परिवार से मिलने पहुंचे कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने कहा, ‘‘इस परिवार पर एक के एक बाद अन्याय होता रहा है। बेटी का शव परिवार को नहीं दिया गया।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई राजनीति नहीं है। हम मानवता की भावना से यह सब कर रहे हैं। हम उनको सांत्वना देने आ रहे हैं।’’ इससे पहले, डीएनडी पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बड़ी संख्या में जमा होने के बाद प्रशासन ने राहुल गांधी समेत पांच लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दी। हाथरस रवाना होने से कुछ देर पहले, राहुल ने कहा कि उन्हें इस दुखी परिवार से मिलने से दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।’’दर्द में साथ खड़े होना पीड़ित में भरोसा जगाता है।
— Congress (@INCIndia) October 3, 2020
श्री @RahulGandhi और श्रीमती @priyankagandhi ने हाथरस की बेटी के माँ-पिता और परिजनों से मिलकर उनका दर्द साझा किया।#SatyagrahaForOurDaughters pic.twitter.com/6ek8SeMatr
इसे भी पढ़ें: हाथरस कांड की जांच करेगी CBI, योगी आदित्यनाथ ने दिए आदेश
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ उप्र सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को यह स्वीकार नहीं करना चाहिए।’’ इससे पहले, बृहस्पतिवार को पीड़िता के परिवार से मुलाकात के लिए राहुल और प्रियंका के उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस जाते समय पुलिस ने दोनों नेताओं को रोक कर हिरासत में ले लिया था। वहीं, कांग्रेस ने दावा किया कि राहुल और प्रियंका को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था। मंगलवार को सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार को तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया। बहरहाल, स्थानीय पुलिस का कहना है कि ‘‘परिवार की इच्छा के मुताबिक’’ अंतिम संस्कार किया गया।
अन्य न्यूज़