भोपाल के अस्पताल में नवजात की मौत के बाद झोलाछाप डॉक्टर और दो महिलाएं गिरफ्तार
भारतीय न्याय संहिता की धारा 93 और 105 के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जब लड़की ने बच्चे को जन्म दिया, तब वह सात माह की गर्भवती थी।
भोपाल में बृहस्पतिवार को सड़क पर लावारिस हालत में मिली नवजात बच्ची की मौत के बाद एक झोलाछाप डॉक्टरऔर एक अप्रशिक्षित नर्स को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है।
महिला ने कथित तौर पर अपनी 17 वर्षीय पोती के समय से पहले प्रसव कराने के लिए झोलाछाप डॉक्टर और अप्रशिक्षित नर्स की मदद ली थी। महिला की पोती ने ही बच्चे को जन्म दिया था।
सहायक पुलिस आयुक्त सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार शाम को सड़क किनारे एक बोरे में मिली बच्ची की बृहस्पतिवार सुबह सरकारी अस्पताल में मौत हो गई।
ऐशबाग थाने के निरीक्षक जितेंद्र गढ़वाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने झोलाछाप डॉक्टर सुरेंद्र नाहर (45), अप्रशिक्षित नर्स फिरदोस (40) और बच्ची को जन्म देने वाली नाबालिग लड़की की दादी को गिरफ्तार किया है।’’
उन्होंने बताया कि तीनों पर 12 साल से कम उम्र के बच्चे को लावारिस छोड़ने और भारतीय न्याय संहिता की धारा 93 और 105 के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जब लड़की ने बच्चे को जन्म दिया, तब वह सात माह की गर्भवती थी।
निरीक्षक गढ़वाल ने बताया कि उसका उपचार किया जा रहा और उसका बयान उचित समय पर दर्ज किया जाएगा। सहायक पुलिस आयुक्त श्रीवास्तव ने बताया कि सभी तथ्य सामने आने के बाद आरोपियों के खिलाफ अन्य धाराओं में भी मामला दर्ज किया जा सकता है।
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