फोनी तूफान आने से पहले ONGC ने 500 कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
जिन रिगों और कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, उसमें अबन दो (85 कर्मचारी), डीडी-8 (103 कर्मचारी), लुइसियाना (83) तथा एस्सार वाइल्डकैट (87 कर्मचारी) शामिल हैं।
नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की आयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) ने फोनी तूफान के खतरे को देखते हुए बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में रिग पर काम करने वाले अपने 480 कर्मचारियों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। तूफान शुक्रवार तक क्षेत्र में पहुंचने की आशंका है। सूत्रों ने बताया कि ओएनजीसी ने भीषण चक्रवात फोनी के रास्ते में आने वाले अपने कम-से-कम चार रिग को भी सुरक्षित जल क्षेत्र में पहुंचा दिया है। कंपनी के आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र से दूर समुद्र मेंछह रिग तेल एवं गैस की खोज तथा खुदाई कार्य में लगे हैं। उस पर काम कर रहे कर्मचारियों को वहां से सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया है।
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जिन रिगों और कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, उसमें अबन दो (85 कर्मचारी), डीडी-8 (103 कर्मचारी), लुइसियाना (83) तथा एस्सार वाइल्डकैट (87 कर्मचारी) शामिल हैं। पूर्वी तट पर स्थिति पर नजर रखने के लिये नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। ओड़िशा में पारादीप तथा आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम बंदरगाह में परिचालन बंद कर दिया गया है तथा जहाजों को तूफान वाले क्षेत्र से दूर रहने को कहा गया है ताकि उन्हें कोई नुकसान नहीं हो।
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देश के दक्षिणी तटीय क्षेत्र में तेल एवं गैस प्रतिष्ठानों की भरमार है।इस खेत्र में पारादीप, विशाखापट्टनम और चेन्नई में तेल रिफाइनरियां भी हैं। ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तूफान के रास्ते में पड़ने वाली दो रिफाइनरियां सुरक्षित तौर-तरीके को अपना रही हैं।इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में तेल एवं गैस खोज एवं उत्पादन प्रतिष्ठानों को किसी तरह के नुकसान से बचाने के लिये उपाय किये गये हैं।
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