प्रधानमंत्री मोदी ने पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया, नयी रेलगाड़ियों को झंडी दिखाई
बयान के अनुसार प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में रेल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने हेतु 2300 करोड़ रुपये की तीन रेलवे परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में रूमा चकेरी-चंदेरी तीसरी लाइन परियोजना; जौनपुर-अयोध्या-बाराबंकी दोहरीकरण परियोजना के जौनपुर-तुलसी नगर, अकबरपुर-अयोध्या, सोहावल-पटरंगा और सफदरगंज-रसौली खंड; और मल्हौर-डालीगंज रेलवे खंड का दोहरीकरण व विद्युतीकरण परियोजना शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या में पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन ‘अयोध्या धाम’ का उद्घाटन किया और दो नयी अमृत भारत व छह नयी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री मोदी एक दिवसीय अयोध्या दौरे पर शनिवार सुबह यहां पहुंचे। वह अयोध्या हवाई अड्डे से एक रोड शो करते हुए अयोध्या रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी भी मौजूद थे। बाद में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर एक समय में 10 हजार लोगों को संभालने की क्षमता है, लेकिन नवीनीकरण पूरा होने के बाद अब यह क्षमता बढ़कर 60 हजार तक पहुंच जाएगी।
प्रधानमंत्री ने वंदे भारत एवं नमो भारत के बाद नई ट्रेन श्रृंखला ‘अमृत भारत’ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पहली अमृत भारत ट्रेन अयोध्या से होकर जा रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के लोगों को आज ये ट्रेनें मिलने पर बधाई दी। प्रधानमंत्री ने विकास को विरासत से जोड़ने में वंदे भारत ट्रेनों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन काशी से चली थी। आज देश में 34 मार्गों पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं। वंदे भारत ट्रेनें काशी, कटरा, उज्जैन, पुष्कर, तिरुपति, शिरडी, अमृतसर, मदुरै जैसे आस्था के हर बड़े केंद्र को जोड़ती हैं। इसी कड़ी में, आज अयोध्या को भी वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है।”
आधिकारिक जानकारी के अनुसार अयोध्या रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का पहला चरण 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन के रूप में पहचाने जाने वाला तीन मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन लिफ्ट, स्वचालित सीढ़ियों, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, अमानती सामान घर, बाल देखभाल कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। बयान के अनुसार, स्टेशन भवन ‘सभी के लिए सुलभ‘ और ‘आईजीबीसी प्रमाणित ग्रीन स्टेशन भवन’ होगा। प्रधानमंत्री ने देश में सुपरफास्ट यात्री ट्रेनों की नयी श्रेणी ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ को हरी झंडी भी दिखायी। अमृत भारत ट्रेन एक ‘एलएचबी पुश-पुल’ ट्रेन है जिसमें गैर वातानुकूलित डिब्बे हैं।
इसमें रेल यात्रियों के लिए सुंदर और आकर्षक डिजाइन वाली सीटें, बेहतर सामान रैक, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, एलईडी लाइट, सीसीटीवी कैमरे, सार्वजनिक सूचना प्रणाली जैसी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। मोदी ने दो नयी अमृत भारत ट्रेन दरभंगा-अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल अमृत भारत एक्सप्रेस और मालदा टाउन-सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनस (बेंगलुरु) अमृत भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखायी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने छह नयी वंदे भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखायी। इनमें श्री माता वैष्णो देवी कटरा-नयी दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, अमृतसर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, कोयंबटूर-बेंगलुरु कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस, मंगलुरु-मडगांव वंदे भारत एक्सप्रेस, जालना-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस और अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।
बयान के अनुसार प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में रेल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने हेतु 2300 करोड़ रुपये की तीन रेलवे परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में रूमा चकेरी-चंदेरी तीसरी लाइन परियोजना; जौनपुर-अयोध्या-बाराबंकी दोहरीकरण परियोजना के जौनपुर-तुलसी नगर, अकबरपुर-अयोध्या, सोहावल-पटरंगा और सफदरगंज-रसौली खंड; और मल्हौर-डालीगंज रेलवे खंड का दोहरीकरण व विद्युतीकरण परियोजना शामिल है।
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