राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व अन्य नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि
लालकृष्ण आडवाणी सहित अनेक केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने बुधवार को ‘सदैव अटल’ पर वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि अटल बिहार वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। भाजपा इसे सुशासन दिवस के रूप में मना रही है।
नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली स्थित उनके स्मारक ‘सदैव अटल’ पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, ‘‘आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी की जन्म जयंती के अवसर पर सुशासन दिवस के उपलक्ष्य में लोकोपकारी, पारदर्शी, सक्षम प्रशासन के प्रति नव प्रतिबद्धता और संकल्प लें।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदैव अटल स्मारक पहुंचे और वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
Delhi: PM Narendra Modi and President Ramnath Kovind pay tribute to former PM Atal Bihari Vajpayee on his birth anniversary pic.twitter.com/OkvWyzboHN
— ANI (@ANI) December 25, 2019
मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित अनेक केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने बुधवार को ‘सदैव अटल’ पर वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि अटल बिहार वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। भाजपा इसे सुशासन दिवस के रूप में मना रही है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘ देशवासियों के दिलों में बसे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जन्म-जयंती पर कोटि-कोटि नमन।’’
इस अवसर पर अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अपनी राष्ट्रवादी सोच, बेदाग छवि और राष्ट्र समर्पित जीवन से भारतीय राजनीति में एक अमिट छाप छोड़ी। विचारधारा और सिद्धांतों पर आधारित अटल जी के जीवन में सत्ता का तनिक मात्र मोह नहीं रहा। उनके नेतृत्व में देश ने सुशासन को चरितार्थ होते देखा।’’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आज़ाद भारत के उन महान राजनेताओं में थे जिन्होंने देश की राजनीति के साथ-साथ राजनय को भी नई दिशा और नई ऊँचाई देने में क़ामयाबी हासिल की। उन्होंने कहा, ‘‘ वे आजीवन ‘अटल और अविचल’ रहे। अटलजी की जयंती के अवसर पर मैं उन्हें श्रद्धापूर्वक स्मरण एवं नमन करता हूँ।’
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