बोरवेल में गिरे प्रह्लाद को नहीं बचाया जा सका, 90 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
बच्चा जिस गड्ढे में गिरा था, उसमें लगातार ऑक्सीजन दी जा रही थी, जिससे बच्चे को आसानी से सांस मिल सके। वहीं कैमरे के जरिए उसकी हर हरकत पर नजर रखी जा रही थी। इसके साथ ही मौके पर एम्बुलेंस के साथ डॉक्टर्स की पूरी टीम भी मौजूद रही। बच्चे प्रह्लाद के परिवार के सदस्य भी मौके पर भी मौजूद थे।
भोपाल। मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में ओरछा के पास सेतपुरा गाँव में बोरवेल के गड्ढे में गिरे पाँच साल के प्रह्लाद को नहीं बचाया जा सका। 90 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद गड्ढे से निकालने गए प्रह्लाद की पहले ही मौत हो चुकी थी। रविवार सुबह 3 बजे बोरवेल से बाहर निकाला गया जिसके बाद घटना स्थल पर मौजूद एम्बूलेंस से उसे अस्पताल लाया गया जहाँ चितित्सकों ने मासूम प्रह्लाद को मृत घोषित कर दिया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर प्रह्लाद की मौत पर दुःख प्रगट किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि उन्हें बहुत दुख है, कि निवाड़ी के सैतपुरा गांव में अपने खेत के बोरवेल में गिरे मासूम प्रहलाद को 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बचाया नहीं जा सका। एसडीआरएफ़, एनडीआरएफ़, और अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन-रात मेहनत की, लेकिन अंत में आज सुबह 3:00 बजे बेटे का मृत शरीर निकाला गया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार के लिए पांच लाख के मुआवजे का ऐलान किया है, और उनके खेत में नया बोरवेल भी बनाया जाएगा।
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प्रदेश के निवाड़ी जिले के सेतपुरा गाँव के निवासी मासूम प्रह्लाद की मौत से पूरे गांव में गम का महौल है। वही बच्चे की मौत की खबर मिलते ही परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। निवाड़ी के जिलाधिकारी आषीश भार्गव ने शनिवार रात को जानकारी दी थी कि राहत और बचाव कार्य जारी है, बीच-बीच में पानी आ रहा है, लेकिन सुरंग लगभग पूरी बना ली गई है, हालांकि बोरवेल में फंसे बच्चे में हरकत दिखने के बाद पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
बच्चा जिस गड्ढे में गिरा था, उसमें लगातार ऑक्सीजन दी जा रही थी, जिससे बच्चे को आसानी से सांस मिल सके। वहीं कैमरे के जरिए उसकी हर हरकत पर नजर रखी जा रही थी। इसके साथ ही मौके पर एम्बुलेंस के साथ डॉक्टर्स की पूरी टीम भी मौजूद रही। बच्चे प्रह्लाद के परिवार के सदस्य भी मौके पर भी मौजूद थे। वह लगातार बच्चे के सुरक्षित बाहर निकाले जाने की उम्मीद लगाए हुए थे। वही जिले की एसपी वाहिनी सिंह घटना स्थल पर रेस्क्यू टीम के साथ लगातार मौजूद रही उन्होंने करवाचौथ का व्रत भी वहीं पूरा किया वाहिनी सिंह के पति आईपीएस नागेन्द्र सिंह ने पानी पीलाकर व्रत पूरा करवाया था।
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निवाड़ी जिले के सेतपुरा गांव में चार साल का प्रह्लाद बुधवार की सुबह खेत में बने 200 सौ फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था, उसके बाद से ही बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा था। जिसमें एनडीआरएफ, सेना और अन्य राहत और बचाव दल ने बोरवेल की तरह ही 60 फुट से गहरा गड्ढा खोदा और साथ ही सुरंग बनाई, जिलके बाद शनिवार रात 3 बजे बच्चे को बाहर निकाला जा सका।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बुधवार को ट्वीट कर बच्चे की सलामती के लिए दुआ की थी, उन्होंने लिखा था कि ओरछा के सेतपुरा गांव में बोरवेल में गिरे मासूम प्रह्लाद को बचाने के लिए प्रशासन के साथ सेना बचाव कार्य में जुटी है, उन्हें विश्वास है कि वह जल्दी बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लेंगे। ईश्वर बच्चे को लंबी उम्र दे। लेकिन सबकी दुआ और भगवान से प्रार्थना भी काम न आ सकी और मासूम प्रह्लाद को बोलवेल की गड्ढे से मृत निकाला जा सका।
मुझे अत्यंत दुःख है की निवाड़ी के सैतपुरा गांव में अपने खेत के बोरवेल में गिरे मासूम प्रहलाद को 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बचा नहीं पाए।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 8, 2020
एसडीआरएफ़, एनडीआरएफ़, और अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन-रात मेहनत की लेकिन अंत में आज सुबह 3:00 बजे बेटे का मृत शरीर निकाला गया।
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