J&K में बिजली आपूर्ति बहाली के लिए सेना ने संभाला मोर्चा, तीन दिनों से हड़ताल पर हैं कर्मचारी

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प्रतिरूप फोटो

हड़ताल पर बैठे अनिल सिंह ने बताया कि सरकार के साथ हमारी 2-3 बार बात हो चुकी है परन्तु किसी कारण वे सफल नहीं हो पाई। आज भी बात चल रही है। हमें प्राइवेट दायरे की तरफ ले जाया जा रहा है। हमारी दूसरी मांग सैलरी से संबंधित है।

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बिजली विकास विभाग के कर्मचारी लगातार तीसरे दिन हड़ताल पर रहे। जिसकी वजह से कई इलाकों में पूरी तरह से ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि किसी भी कारण से विकास नहीं रूकेगा। जो कर्मचारी हड़ताल पर हैं, सरकार को उनकी समस्याओं का हल निकालना चाहिए और मुझे यकीन है कि सरकार ऐसा करेगी। 

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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हड़ताल पर बैठे अनिल सिंह ने बताया कि सरकार के साथ हमारी 2-3 बार बात हो चुकी है परन्तु किसी कारण वे सफल नहीं हो पाई। आज भी बात चल रही है। हमें प्राइवेट दायरे की तरफ ले जाया जा रहा है। हमारी दूसरी मांग सैलरी से संबंधित है।

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मदद के लिए सेना को बुलाया गया

प्राप्त जानकारी के मुताबिक जम्मू के कई इलाकों में भीषण ठंड के बीच में पूरी तरह से बिजली ठप्प है। ऐसे में बिजली आपूर्ति को बहाल करने के लिए सेना की मदद ली गई है। इतना ही नहीं राजौरी के थुडी सब स्टेशन पर सेना और एमईएस के कर्मियों ने एकजुट होकर काम करना भी शुरू कर दिया है। जिसकी कई सारी तस्वीरें भी सामने आई हैं। दरअसल, जम्मू-कश्मीर पावर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट का पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में विलय को लेकर और प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों को संपत्ति सौंपने के सरकार के कदम का बिजली कर्मचारी विरोध कर रहे हैं।

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