Muzaffarnagar Video पर सियासी बवाल, विपक्ष से BJP पर उठाए सवाल, योगी सरकार ने कहा- मामले को गंभीरता से लिया
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि मुजफ्फरनगर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को नोटिस जारी किया गया है। एनसीपीसीआर ने उन्हें घटना पर अलग-अलग रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को कहा कि सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। पाठक ने कहा कि इस मुद्दे को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है, और मुजफ्फरनगर में एक स्कूल के परिसर में हुई घटना के संबंध में एक प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज की गई है। उन्होंने एएनआई के हवाले से कहा, "हर स्थिति में, हम राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे। मामले को गंभीरता से लिया गया है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है।" राज्य के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने भी कहा कि प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की गई है और घटना में शामिल आरोपी शिक्षक के खिलाफ आधिकारिक तौर पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि मुजफ्फरनगर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को नोटिस जारी किया गया है। एनसीपीसीआर ने उन्हें घटना पर अलग-अलग रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
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विपक्ष का वार
एक शिक्षिका द्वारा अपने छात्रों को अपने एक साथी सहपाठी, जो मुस्लिम है, को थप्पड़ मारने के लिए कहने की घटना की विपक्षी दलों के नेताओं ने तीखी आलोचना की है। कांग्रेस, टीएमसी, एआईएमआईएम, एसपी और अन्य ने इस घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आरएसएस को दोषी ठहराया है और कहा है कि "यह उनकी (बीजेपी-आरएसएस) नफरत की राजनीति का परिणाम है" और सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार से सवाल किया कि "क्या हुआ" बुलडोजर और ठोक दो।'' कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस घटना पर अपनी पीड़ा साझा करने के लिए एक्स (पूर्व में ट्विटर) का सहारा लिया और कहा कि यह मामला "भाजपा-आरएसएस की नफरत भरी राजनीति का परेशान करने वाला परिणाम" है। खड़गे ने कहा कि ऐसे मामले भारत की वैश्विक छवि को खराब करते हैं और संविधान के खिलाफ हैं। राहुल गांधी ने भी इस टीचर के व्यवहार पर आपत्ति जताई है। राहुल गांधी ने कहा कि स्कूल जैसे पवित्र स्थान को नफरत का बाजार बनाया जा रहा है।
प्रियंका गांधी ने एक्स कर कहा कि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को कैसा क्लासरूम, कैसा समाज देना चाहते हैं? जहां चांद पर जाने की तकनीक की बातें हो या नफरत की चहारदीवारी खड़ी करने वाली बातें। विकल्प एकदम स्पष्ट है। नफरत तरक्की की सबसे बड़ी दुश्मन है। हमें एकजुट होकर इस नफरत के खिलाफ बोलना होगा- अपने देश के लिए, तरक्की के लिए, आने वाली पीढ़ियों के लिए। अखिलेश यादव और उनकी पार्टी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई ! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चे से पड़वा रही थप्पड़। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका की तुरंत हो बर्खास्तगी। मिले कड़ी से कड़ी सज़ा। एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार पर कटाक्ष किया और कहा, "बुलडोजर और ठोक दो का क्या हुआ?"
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शिक्षिका की सफाई
हा पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल तृप्ता त्यागी, जो वायरल वीडियो में छात्रों को अपने सहपाठी को पीटने के लिए उकसाती नजर आ रही थीं, ने अपने सफाई में कहा कि हमारे स्कूल में कई छात्र मुस्लिम हैं, उस दिन वह बच्चा अपना होम वर्क करके नहीं लाया था और बच्चे के परिजनों के तरफ से कहा गया था कि इसपर सख्ती बरतें। प्रिंसिपल ने आगे कहा कि मैं विकलांग हूं इसलिए मैंने अन्य 2-3 छात्रों से पिटाई करवाई ताकि वह होम वर्क कर ले क्योंकि परीक्षा आने वाली है। वह 2 महीने से अपना होम वर्क नहीं करके आ रहा था। उन्होंने कहा कि मैंने वायरल वीडियों में कहा था मुहम्मदन मां को अपने बच्चों को उनके मामा के घर नहीं ले जाना चाहिए क्योंकि परीक्षा नजदीक आ रही है। लेकिन उन्होंने इस वीडियो को काट दिया और मुहम्मदन शब्द रहने दिया। मेरा ऐसा इरादा नहीं था।
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