मध्यप्रदेश में व्यक्ति को बचाने गई पुलिस टीम पर हमला, पुलिसकर्मी की मौत

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रीवा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक साकेत पांडे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “एक एएसआई (सहायक उपनिरीक्षक) समेत दो लोगों की मौत हुई है और अन्य पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं।”

मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले में शनिवार को आदिवासियों के एक समूह ने कथित तौर पर अपह्रत व्यक्ति को बचाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि समूह ने अपह्रत व्यक्ति की भी हत्या कर दी थी। उन्होंने बताया कि घटना जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर गदरा गांव में हुई और घटना के संबंध में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है।

रीवा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक साकेत पांडे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “एक एएसआई (सहायक उपनिरीक्षक) समेत दो लोगों की मौत हुई है और अन्य पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं।”

सूत्रों ने बताया कि भीड़ द्वारा घेरे जाने के बाद पुलिस को आत्मरक्षा में हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। पांडे ने पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी के बारे में पूछे जाने पर बताया, “मैं वहां पहुंचकर जांच करूंगा।”

स्थानीय सूत्रों ने बताया कि कोल जनजाति के लोगों के एक समूह ने शनिवार को सनी द्विवेदी नामक व्यक्ति का अपहरण कर लिया था। सूत्रों के मुताबिक, उन लोगों को संदेह था कि द्विवेदी ने कुछ महीने पहले अशोक कुमार नाम के एक आदिवासी की हत्या की थी।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, कुमार की मौत एक सड़क दुर्घटना में हुई थी। द्विवेदी के अपहरण की सूचना मिलने के बाद शाहपुर थाने के प्रभारी संदीप भारतीय के नेतृत्व में एक टीम उसे बचाने के लिए गदरा गांव पहुंची। पुलिस ने बताया कि लेकिन उस समय तक द्विवेदी की एक कमरे में कथित तौर पर पिटाई के बाद मौत हो चुकी थी।

पुलिस के मुताबिक, जब पुलिसकर्मियों ने कमरा खोला, तो आदिवासियों के एक समूह ने उन पर लाठी और पत्थरों से हमला कर दिया, जिससे उनमें से कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक अधिकारी ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन विशेष सशस्त्र बल के एएसआई चरण गौतम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

इस बीच, मऊगंज जिलाधिकारी अजय श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक रचना ठाकुर ने एक वीडियो संदेश में बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और गड़बड़ी को रोकने) को क्षेत्र में लागू कर दिया गया है।

जिलाधिकारी ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। दोनों अधिकारियों ने लोगों से पुलिस और अधिकारियों को अपना काम करने देने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने में उनकी मदद करने की अपील की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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