Kartavyapath| हिमालय की गोद में बसा भारत का दोस्त, PM Modi की यात्रा से मिली रिश्तों को नई ऊर्जा

modi bhutan
प्रतिरूप फोटो
ANI Image
रितिका कमठान । Mar 30 2024 5:17PM

इस यात्रा का उद्देश्य ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति के तहत भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मजबूत बनाना रहा जिसमें पूरी सफलता मिली। मोदी के भूटान पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत एयरपोर्ट पर किया गया, जहां भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने उनकी अगवानी की।

भारत और भूटान के संबंध जितने प्राचीन है, उतने ही नवीन और सामयिक भी है। भारत और भूटान एक साझी विरासत का हिस्सा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मार्च में दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर इस हिमालयी देश भूटान गए थे, जहां उन्होंने दोनों देशों के बीच रिश्तों की मजबूती के बारे में बताया। इस यात्रा का उद्देश्य ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति के तहत भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मजबूत बनाना रहा जिसमें पूरी सफलता मिली। मोदी के भूटान पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत एयरपोर्ट पर किया गया, जहां भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने उनकी अगवानी की।

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी का पारंपरिक भारतीय पोशाक पहने भूटानी युवाओं ने गरबा गीत प्रस्तुत कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्हें भूटान के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया गया। सम्मान पाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक भारतीय के नाते मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन है। आपने मेझे भूटान के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। जब किसी अन्य देश से अवॉर्ड या सम्मान मिलता है तो भरोसा मजबूत होता है कि हम दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे है। ये सम्मान भारत और 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। शीघ्र ही हम विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जार हे है, हमारी इस यात्रा में भूटान एक मजबूत भागीदार होगा। 

बता दें कि यह सम्मान पाने वाले वह किसी विदेशी सरकार के पहले प्रमुख हैं। प्रधानमंत्री मोदी को यह पुरस्कार ‘‘भारत-भूटान संबंधों के विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान और भूटानी राष्ट्र तथा इसके लोगों के वास्ते उनकी विशिष्ट सेवा’’ के लिए प्रदान किया गया है। 

लोगों के बीच आत्मीयता द्विपक्षीय संबंधों को अनूठा बनाती है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत और भूटान के लोगों के बीच आत्मीयता है, जिससे दोनों देशों के बीच उनके द्विपक्षीय संबंधों को अनूठे हुए है। उन्होंने कहा कि ‘‘भारत’’ भूटान के लोगों के दिलों में बसता है। अपने संबोधन में उन्होंने भूटानी लोगों से कहा कि ‘‘भारत आपके दिलों में बसता है।’’

भारत, भूटान ने कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत और भूटान के बीच ऊर्जा, व्यापार, डिजिटल संपर्क, अंतरिक्ष और कृषि के क्षेत्र में कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए है। दोनों देशों के बीच रेल संपर्क संबंधित समझौतों को भी अंतिम रूप दिया गया है। इस यात्रा के संबंध में भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए प्रधानमंत्री टोबगे को धन्यवाद दिया।’’ बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और ‘‘नवीकरणीय ऊर्जा, कृषि, पर्यावरण और वानिकी तथा पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने पर सहमति बनाई।’’ विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और भूटान के बीच दीर्घकालिक और अनूठे संबंध हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘बैठक से पहले, प्रधानमंत्री मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री की मौजूदगी में दोनों पक्षों ने ऊर्जा, व्यापार, डिजिटल संपर्क, अंतरिक्ष, कृषि और युवा संपर्क पर कई समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया।’’ 

भारतीय विदेश मंत्रालय ने यहां कहा कि इसके अलावा, दोनों पक्ष भारत और भूटान के बीच रेल संपर्क को लेकर ‘‘सहमति जता चुके हैं और इस संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर कर चुके हैं’’। बयान में कहा गया है कि समझौता ज्ञापन में भारत और भूटान के बीच दो प्रस्तावित रेल संपर्क का प्रावधान किया गया है, जिसमें कोकराझार-गेलेफू रेल संपर्क और बनारहाट-समत्से रेल संपर्क और उनके कार्यान्वयन के तौर-तरीके शामिल हैं। इसके अनुसार ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा संरक्षण उपायों के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा विकसित ‘स्टार लेबलिंग’ कार्यक्रम को बढ़ावा देकर घरेलू क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने में भूटान की सहायता करना है। खेल और युवा मामलों के संबंध में सहयोग पर समझौता ज्ञापन से दोनों पक्षों की खेल एजेंसियों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने और खेल गतिविधियों/कार्यक्रमों के आयोजनों से भारत और भूटान के बीच लोगों से लोगों के संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। बयान के अनुसार औषधीय उत्पादों के संदर्भ मानकों, फार्माकोपिया, सतर्कता और परीक्षण को साझा करने से संबंधित सहयोग पर समझौता किया गया है। इसके अनुसार अंतरिक्ष सहयोग पर एक संयुक्त कार्य योजना (जेपीओए) कई कार्यक्रमों, प्रशिक्षण आदि के माध्यम से हमारे अंतरिक्ष सहयोग को और विकसित करने के लिए एक ठोस रूपरेखा प्रदान करती है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़