प्रधानमंत्री मोदी को पिछले एक साल में मिले 30 से ज्यादा यादगार तोहफे
विदेश मंत्रालय के तोशाखाना विभाग के ब्योरे के अनुसार, अप्रैल 2021से अप्रैल 2022के बीच प्रधानमंत्री मोदी को विदेश यात्राओं के दौरान एवं अन्य माध्यमों से 30 से अधिक तोहफे मिले। इस अवधि में प्रधानमंत्री मोदी ने डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, अमेरिका, बांग्लादेश जैसे देशों की यात्रा की थी।
नयी दिल्ली। दुनिया के विभिन्न देशों के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने के लिये पिछले एक वर्ष में की गई विदेश यात्राओं के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई यादगार तोहफे मिले हैं। इस अवधि में प्रधानमंत्री मोदी को 15 लाख 65 हजार रुपये मूल्य के 30 से अधिक उपहार मिले, जिसमें धूपदानी, भगवान गणेश की मूर्तियां, महात्मा बुद्ध से जुड़े प्रतीक चिह्न, कंबल, दरी, स्वेटर, टोपी, गुलाब जल, गुलदान, लकड़ी के बक्से जैसी वस्तुएं शामिल हैं। इन उपहारों को हालांकि नियमानुसार विदेश मंत्रालय के तोशाखाना में जमा कर दिया गया है।
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विदेश मंत्रालय के तोशाखाना विभाग के ब्योरे के अनुसार, अप्रैल 2021से अप्रैल 2022के बीच प्रधानमंत्री मोदी को विदेश यात्राओं के दौरान एवं अन्य माध्यमों से 30 से अधिक तोहफे मिले। इस अवधि में प्रधानमंत्री मोदी ने डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, अमेरिका, बांग्लादेश जैसे देशों की यात्रा की थी। प्रधानमंत्री को मिले तोहफे में सबसे कीमती उपहार लकड़ी, चांदी और सोने से निर्मित शतरंज का सेट शामिल है, जिसकी कीमत पांच लाख रुपये है। उन्हें बर्तनों के चार सेट भी उपहार में मिले, जिसकी कीमत 4.5 लाख रुपये है। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर को विदेशों से एक साल में 5.84 लाख रुपये मूल्य के 51 तोहफे मिले।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 47,900 रुपये मूल्य के 8 तोहफे मिले, जिसमें एक छोटी पिस्तौल और छह कारतूस तथा चिवास रीगल स्कॉच व्हिस्की शामिल है। ज्ञात हो कि विदेशी अभिदाय विनियमन अधिनियम 2010 के अनुसार, जब किसी भारतीय प्रतिनिधिमंडल के किसी सदस्य को दान या भेंट के माध्यम से विदेशी अभिदाय या तोहफा प्राप्त होता है तो उसे ऐसे दान या भेंट की प्राप्ति के तीस दिन की अवधि के भीतर संबंधित मंत्रालय या विभाग को सौंपना होता है। यदि ऐसे दान या भेंट का अनुमानित मूल्य पांच हजार रुपये से अधिक होता है, तो इन्हें विदेश मंत्रालय के तोशाखाना में भेज दिया जाता है।
विदेश मंत्रालय के तोशाखाना विभाग के ब्योरे के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी को चांदी के सिक्के, घड़ी, स्मारिका, हस्तनिर्मित धूपदानी, मालदीव की हस्तशिल्प सामग्री, महात्मा बुद्ध से जुड़ी सूचीपत्र एवं उनकी मूर्ति, प्रसिद्ध कलाकार ओलाफ वॉन क्लिफ द्वारा बनायी गई भगवान गणेश की तस्वीर तोहफे में मिली। तोशाखाना विभाग के मुताबिक, मोदी को शीशे का कटोरा, कलम, ऑस्ट्रेलिया की विशिष्ट अकुर्बा टोपी, लकड़ी का बना कप, गुलाब जल, जैतून का तेल और शीशे का गुलदान, भगवान गणेश की छोटी मूर्ति, लकड़ी का बक्सा, स्टील का जग, लकड़ी की बनी दरी, ‘इंडिपेंडेंस-आवर हैप्पीनेस’ नामक पुस्तक भी भेंट स्वरूप मिली।
उन्हें कंबल, दरी स्वेटर, नव वर्ष का तोहफा, कलमों का सेट, धातु से बनी भगवान गणेश की मूर्ति भी तोहफे में मिली। तोशाखाना विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, विदेश सचिव रहे हर्षवर्द्धन श्रृंगला को करीब 80 हजार रुपये मूल्य के तोहफे मिले। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) रहे बिपिन रावत को उपहार के तौर पर पेंटिंग, टी सेट, साज सज्जा की सामग्री आदि मिली।
वहीं, सेना प्रमुख रहे मनोज मुकुंद नरवणे को विभिन्न उपहारों के साथ 2 लाख रुपये मूल्य की एक तलवार मिली। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को क्रॉकरी सेट, पत्थर से बनी मूर्ति, घड़ी के अलावा लेडीज स्टोल आदि तोहफे में मिले। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को हस्तनिर्मित सामग्री, स्मारिका, कॉफी सेट आदि भेंट स्वरूप मिले।
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