SCO की वार्षिक शिखर बैठक को पीएम मोदी ने किया संबोधित, कहा- अफगानिस्तान के हालात के बाद चुनौती और बढ़ी
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शुक्रवार को आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की वार्षिक शिखर बैठक को डिजिटल माध्यम से संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष हम एससीओ की 20वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शुक्रवार को आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की वार्षिक शिखर बैठक को डिजिटल माध्यम से संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष हम एससीओ की 20वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। मैं एससीओ के नए सदस्य देश के रूप में ईरान का स्वागत करता हूं। मैं तीन नए संवाद भागीदारों - सऊदी अरब, मिस्र और कतर का भी स्वागत करता हूं।
इसे भी पढ़ें: AIMIM कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ अनूठे अंदाज में प्रदर्शन किया
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा एससीओ की 20वीं वर्षगांठ एससीओ के भविष्य के बारे में सोचने का सही समय है। इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और विश्वास की कमी से संबंधित हैं, और इन समस्याओं का मूल कारण बढ़ती कट्टरता है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रमों ने इस चुनौती को स्पष्ट कर दिया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा हमें अपने प्रतिभाशाली युवाओं को विज्ञान और तर्कसंगत सोच के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। हम भारत को एक उभरती हुई तकनीक में एक हितधारक बनाने की दिशा में अभिनव भावना बनाने के लिए अपने स्टार्टअप और उद्यमियों को एक साथ ला सकते।
पीएम मोदी ने एससीओ शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा भारत मध्य एशिया के साथ अपनी कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा मानना है कि भारत के विशाल बाजार से जुड़कर भू-आबद्ध मध्य एशियाई देश अत्यधिक लाभान्वित हो सकते हैं।
This year we are celebrating the 20th anniversary of SCO. I welcome Iran as a new member country of the SCO. I also welcome the three new dialogue partners - Saudi Arabia, Egypt and Qatar: PM Modi addresses SCO Summit pic.twitter.com/96DBBa40jI
— ANI (@ANI) September 17, 2021
अन्य न्यूज़