देशभक्त मुसलमान जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध नहीं करेगा: अखाड़ा परिषद
जनसंख्या नियंत्रण कानून का मसौदा लाने की उत्तर प्रदेश सरकार की पहल का सोमवार को स्वागत करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा है कि देशभक्त मुसलमान जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध नहीं करेगा।
प्रयागराज/ चित्रकूट। जनसंख्या नियंत्रण कानून का मसौदा लाने की उत्तर प्रदेश सरकार की पहल का सोमवार को स्वागत करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा है कि देशभक्त मुसलमान जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध नहीं करेगा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा, “देश में कुछ मुस्लिम धर्मगुरू इस कानून का यह कहते हुए विरोध कर रहे हैं कि बच्चे अल्लाह की देन हैं। वे हर मामले में अल्लाह को बीच में क्यों घसीटते हैं। देशभक्त और सच्चा मुसलमान इस कानून का विरोध नहीं करेगा क्योंकि उसे पता है कि यदि बच्चे कम होंगे तो वे उन्हें अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य दे पाएंगे।”
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गिरि ने कहा, “मेरा सभी मुस्लिम धर्मगुरुओं से निवेदन है कि वे इस कानून को सह्रदय स्वीकार करें और लोगों को इस संबंध में जागरुक करें। यह कानून इतना सख्त होना चाहिए कि यदि दो से अधिक बच्चे हों तो उन्हें मतदान का अधिकार नहीं होना चाहिए, उसका आधार कार्ड नहीं बनना चाहिए, उसे सरकारी नौकरी नहीं मिलनी चाहिए, राशन कार्ड की सुविधा नहीं मिलनी चाहिए।” अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि यदि इस कानून को सख्त बनाएंगे तभी इसका फायदा होगा। जनसंख्या भारत की बहुत बड़ी समस्या है और सभी देशवासी मिलकर ही इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। इसमें किसी को भी अपना धर्म आड़े नहीं लाना चाहिए चाहे वह किसी भी धर्म का व्यक्ति हो। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा, “मेरी मांग है कि केंद्र सरकार भी जनसंख्या नियंत्रण को लेकर ऐसा कानून बनाए जिसे मानने के लिए सभी राज्य बाध्य हों।”
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इस बीच, महंत नरेंद्र गिरि ने चित्रकूट में सोमवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की है। पंडित दीनदयाल शोध संस्थान आरोग्य धाम में भागवत से मुलाकात के बाद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने भागवत से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में साधु-संतों को शामिल करने की मांग की है। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि संघ प्रमुख ने उन्हें अखाड़ा परिषद की यह मांग सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
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