जाति आधारित जनगणना की मांग पर बोले ओवैसी- यह जरूरी है, मोदी जी को इस पर कानून बनाना चाहिए
ओवैसी ने आगे कहा कि जातिगत जनगणना करने की ज़रूरत है और ज़रूरी है कि जो हर तरह से पिछड़े हैं उनका करना चाहिए, इसमें ग़लत क्या है। हर राजनीतिक पार्टी ये कह रही है कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए।
जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर बिहार के साथ-साथ देश की भी राजनीति गर्म है। आज बिहार का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीतीश कुमार के नेतृत्व में मिला। इस मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार के प्रतिनिधिमंडल में एआईएमआईएम के अख्तरुल इमान शामिल थे। अब इसी को लेकर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों की बेहतरी के लिए जाति जनगणना का क्रियान्वयन महत्वपूर्ण है। जाति जनगणना शुरू की जानी चाहिए। मोदी जी के पास संसदीय शक्ति है, उन्हें कानून बनाना चाहिए। ओबीसी का उप-वर्गीकरण भी महत्वपूर्ण है।
ओवैसी ने आगे कहा कि जातिगत जनगणना करने की ज़रूरत है और ज़रूरी है कि जो हर तरह से पिछड़े हैं उनका करना चाहिए, इसमें ग़लत क्या है। हर राजनीतिक पार्टी ये कह रही है कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य के 10 दलों के प्रतिनिधिमंडल ने देश भर में जाति आधारित जनगणना कराए जाने के समर्थन में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में कुमार के अलावा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समेत कई अन्य दलों के प्रतिनिधि भी शामिल थे। कुमार और यादव ने जाति आधारितजनगणना का मजबूती से समर्थन किया।Implementation of caste census is important for the betterment of people from backward sections. A caste census should be introduced. Modi ji has parliamentary power, he should make law. Sub-categorisation of OBCs is also important: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/mMd7sqSKXp
— ANI (@ANI) August 23, 2021
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