हमारी पार्टी पीओके के विस्थापित लोगों को विधानसभा में सीट देने के खिलाफ नहीं: उमर
अब्दुल्ला की टिप्पणी लोकसभा द्वारा जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक पारित करने के बाद आई, जिसमें कश्मीरी प्रवासी समुदाय के दो सदस्यों और पीओके से विस्थापित व्यक्तियों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक सदस्य को विधानसभा में नामित करने का प्रावधान है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के विस्थापित निवासियों के लिए विधानसभा में सीट आरक्षित करने के खिलाफ नहीं है, लेकिन उनका मानना है कि यह फैसला निर्वाचित सरकार पर छोड़ देना चाहिए।
अब्दुल्ला की टिप्पणी लोकसभा द्वारा जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक पारित करने के बाद आई, जिसमें कश्मीरी प्रवासी समुदाय के दो सदस्यों और पीओके से विस्थापित व्यक्तियों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक सदस्य को विधानसभा में नामित करने का प्रावधान है।
अब्दुल्ला ने कुलगाम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘इससे पहले, हम पीओके को वापस हासिल करने के बारे में सुनते थे। अब, क्या यह केवल आरक्षण पर ही रुक गया है? जहां तक आरक्षण का सवाल है, हमने 1947 से अपनी विधानसभा में पीओके के लिए सीट आरक्षित की हैं। उन्हें अपना काम करने दें, फिर सीट भरें।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आरक्षण के जरिये वह करने की कोशिश कर रही है जो वह चुनाव के जरिये नहीं कर सकती। अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘वे आरक्षण के माध्यम से विधानसभा में अपनी सीट की संख्या बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। हम आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं, हम आरक्षण का समर्थन करते हैं। हमने पहले भी महिलाओं और अन्य लोगों को आरक्षण दिया है।
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