'अग्निपथ पर होनी चाहिए चर्चा', बिहार विधानसभा में जमकर हुआ हंगामा, तेजस्वी बोले- रखना चाहते थे अपनी बात
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी मांग थी कि अग्निपथ योजना पर चर्चा होनी चाहिए। हम चाहते थे कि अपनी बात को लोकतंत्र के मंदिर में सरकार के अधीन रख सकें और सरकार क्या विचार रखती है इस पर बात हो सके। कार्य मंत्रणा की बैठक भी हुई है। हमारे प्रस्ताव को बार-बार नामंजूर कर दिया जाता है।
पटना। सशस्त्रों बलों में भर्ती की नई योजना 'अग्निपथ' को लेकर बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सदस्यों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही बाधित रही। इस दौरान राजद नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चुप्पी तोड़ने का आग्रह किया। आपको बता दें कि अग्निपथ योजना को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर हैं और इस योजना का सबसे ज्यादा विरोध बिहार में देखने को मिल रहा है।
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अग्निपथ पर होनी चाहिए चर्चा
इसी बीच राजद नेता तेजस्वी यादव का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने अग्निपथ योजपा पर चर्चा की मांग की। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी मांग थी कि अग्निपथ योजना पर चर्चा होनी चाहिए। हम चाहते थे कि अपनी बात को लोकतंत्र के मंदिर में सरकार के अधीन रख सकें और सरकार क्या विचार रखती है इस पर बात हो सके। कार्य मंत्रणा की बैठक भी हुई है। हमारे प्रस्ताव को बार-बार नामंजूर कर दिया जाता है।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि जब युवा की आत्मा मर रही हो तो देश की आत्मा मर रही है। सब जानते हैं कि बेरोज़गारी चरम पर है। मात्र दो संस्थाएं ऐसी हैं जहां सबसे ज्यादा भर्तियां निकलती थी, लेकिन अब रेलवे को प्राइवेट कर दिया और सेना में भी ठेकेदारी प्रथा शुरू कर दी गई है।
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गौरतलब है कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने वाले युवाओं के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था। दरअसल, केंद्र सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की 14 जून को घोषणा की थी, जिसके तहत जवानों की भर्ती 4 साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।
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