अजहर पर प्रतिबंध की खुशियां मनाने से विपक्ष कर रहा परहेज : जेटली
जेटली ने कहा कि यह भारत द्वारा मुहैया किए साक्ष्य हैं जिसने पुलवामा आतंकी हमले में अजहर की भूमिका को शामिल कराया और बालाकोट में जैश-ए- मोहम्मद के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान को बेनकाब किया।
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव में ‘‘राष्ट्रवाद’’ के मुद्दे को जोर शोर से उठा रही भाजपा ने बृहस्पतिवार को कहा कि विपक्षी दल मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की उपलब्धि पर खुशियां मनाने से कतरा रहे हैं क्योंकि उन्हें इसकी राजनीतिक कीमत चुकाने का डर है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली और निर्मला सीतारमण ने इस बड़ी कूटनीतिक जीत के लिए मोदी सरकार की ‘‘सतत कोशिशों’’ को श्रेय दिया। वित्त मंत्री जेटली ने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कंग्रेस और उनकी पार्टी में अंतर स्पष्ट रूप से दिखता है। संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति ने पाकिस्तान से संचालित होने वाले संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को बुधवार को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया था। जेटली ने संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के इस रुख को भी खारिज कर दिया जिसमें उसने कहा था कि वह इस बात से निराश है कि संयुक्त राष्ट्र के फैसले में पुलवामा आतंकी हमला और जम्मू कश्मीर में आतंकवाद में अजहर की भूमिका का कोई उल्लेख नहीं है।
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उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का यह फैसला अजहर का बायोडाटा नहीं है और उन्हें उसकी हर गतिविधि का ब्योरा नहीं देना है। जेटली ने कहा, ‘‘मुख्य मुद्दा यह है कि अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया गया है और उसे और उसके देश को अंजाम भुगतना पड़ेगा। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जेटली ने कहा कि यह भारत द्वारा मुहैया किए साक्ष्य हैं जिसने पुलवामा आतंकी हमले में अजहर की भूमिका को शामिल कराया और बालाकोट में जैश-ए- मोहम्मद के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान को बेनकाब किया। इसने विश्व द्वारा संयुक्त राष्ट्र से अजहर को आतंकी घोषित कराने पर जोर दिया और इसके परिणामस्वरूप चीन के रूख में बदलाव आया।
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