EVM से छेड़छाड़ को लेकर विपक्ष सतर्क, मामले को देखने के लिये बनाई गई नेताओं की समिति
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने रैली को संबोधित करते हुए ईवीएम को ‘चोर मशीन’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘ईवीएम चोर मशीन है। ईमानदारी से कहें तो ऐसा है।
कोलकाता। विपक्ष की एकता दिखाने के लिए यहां एकत्रित हुए विपक्षी दलों ने चुनाव सुधारों पर चार सदस्यीय समिति का शनिवार को गठन किया। इन दलों ने सत्तारूढ़ भाजपा पर ईवीएम से छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि ईवीएम की कार्यप्रणाली के मूल्यांकन और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के उपाय ढूंढने के अलावा यह समिति लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को चुनाव सुधारों के बारे में भी सुझाव देगी।
Demanding withdrawal of electronic voting machines (EVM) in the coming general elections, 23 anti-BJP parties on Saturday decided to form a four-member committee to prepare a draft on #EVM issues to place before the Election Commission (EC). https://t.co/Jmsli9alL8
— EconomicTimes (@EconomicTimes) January 20, 2019
तृणमूल कांग्रेस द्वारा यहां आयोजित संयुक्त विपक्ष की रैली में शामिल 14 राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं के लिये चाय पार्टी की मेजबानी करने के बाद उन्होंने यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि समिति में अभिषेक मनु सिंघवी (कांग्रेस), अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी), सतीश चंद्र मिश्रा (बहुजन समाज पार्टी) और अरविंद केजरीवाल (आम आदमी पार्टी) क्रियान्वयन के लिये अपनी अनुशंसा चुनाव आयोग को देंगे और वीवीपीएटी के व्यापक इस्तेमाल के लिये दबाव बनाएंगे।
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नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने रैली को संबोधित करते हुए ईवीएम को ‘चोर मशीन’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘ईवीएम चोर मशीन है। ईमानदारी से कहें तो ऐसा है। इसका इस्तेमाल खत्म किया जाना चाहिए। कहीं भी दुनिया में इस मशीन का इस्तेमाल नहीं हो रहा।’’ उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को निर्वाचन आयोग और राष्ट्रपति से संपर्क करना चाहिए जिससे ईवीएम का इस्तेमाल रोका जा सके और पारदर्शिता के लिये मत पत्रों के इस्तेमाल की पुरानी व्यवस्था को वापस लाया जा सके।
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