'दिल्ली में कोरोना से 2098 की मौत' के निगम के दावे पर सत्येंद्र जैन ने विस्तृत जानकारी भेजने को कहा

satyendra jain

दिल्ली के तीन नगर निगमों की ओर से दी गई मृतक संख्या दिल्ली सरकार द्वारा साझा की गई मृतक संख्या से लगभग दोगुनी है। जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रत्येक मृत्यु के मामले में मृत्यु का सत्यापन करने वाला संबंधित दस्तावेज होना चाहिए, अन्यथा वे केवल आंकड़े हैं।

नयी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में तीन नगर निगमों द्वारा दिल्ली में मृतक संख्या 2,098 होने का दावा करने के एक दिन बाद शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि उन्हें (नगर निकायों को) ‘‘उन मृतकों की विस्तृत जानकारी हमें भेजने दीजिये।’’ दिल्ली के तीन नगर निगमों की ओर से दी गई मृतक संख्या दिल्ली सरकार द्वारा साझा की गई मृतक संख्या से लगभग दोगुनी है। जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रत्येक मृत्यु के मामले में मृत्यु का सत्यापन करने वाला संबंधित दस्तावेज होना चाहिए, अन्यथा वे केवल आंकड़े हैं।

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उन्होंने कहा, ‘‘यदि उनका दावा यह है, तो उन्हें हमें आयु, मेडिकल हिस्टरी, परीक्षण रिपोर्ट जैसे विवरण भेजने दीजिये।’’ श्मशान और कब्रगाह पहुंचे शवों की संख्या का हवाला देते हुए भाजपा नीत नगर निगमों के वरिष्ठ नेताओं ने दावा किया कि दिल्ली में कोविड-19 से 2,000 से अधिक मौतें हुई हैं जबकि बृहस्पतिवार को बताये गए आंकड़े के अनुसार आधिकारिक मृतक संख्या 1,085 है। दिल्ली सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 मृत्यु आडिट कमेटी ‘‘निष्पक्ष तरीके से काम’’ कर रही है और यह समय ‘‘आरोप प्रत्यारोप का नहीं बल्कि साथ मिलकर काम करने का है।’’ जैन ने कहा कि कोविड-19 से जान गंवाने वाले लोगों के शवों के अंतिम संस्कार में निर्धारित सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। ऐसे लोगों के शवों के अंतिम संस्कार में भी सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है जिनके कोविड-19 से जान गंवाने का संदेह है। नगर निगम के नेताओं ने शुक्रवार को दावा किया कि दिल्ली सरकार आलोचना से बचने के लिएया तो ‘‘मृतक संख्या छुपा रही है’’ या ‘‘उसे देरी से टुकडों में बता रही है।’’ एनडीएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने पूर्व में ‘‘मौतों की संख्या भी कम बतायी थी।’’ अदालत की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि दिल्ली ‘‘कोरोना राजधानी’’ बनने की ओर बढ़ रही है, जैन ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस स्थिति को ‘‘संदर्भ में देखने’’ की जरूरत है। 1918 में स्पेनिश फ्लू के बाद यह सदी की महामारी है। उन्होंने कहा,‘‘यह कहना कि यहां मामले वहां से अधिक हैं...हां कुछ जगहों पर यह दूसरों से बहुत आगे है, कुछ में यह दूसरों से पीछे है।’’ जैन ने कहा, ‘‘जिन देशों ने पहले इसका प्रकोप देखा था, अब वहां मामले कम होने लगे हैं। यह बहुत तेजी से फैल रहा है। यह स्पैनिश फ्लू परिवार का वायरस है। कोरोना वायरस की सबसे खतरनाक बात यह है कि यह बहुत तेजी से फैलता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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