अग्निपथ योजना पर बोले भाजपा सांसद वरुण गांधी, पहले प्रहार फिर विचार करना एक संवेदनशील सरकार के लिए उचित नहीं
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 'अग्निपथ योजना' को लाने के बाद महज कुछ घंटे के भीतर इसमें किए गए संशोधन यह दर्शाते हैं कि संभवतः योजना बनाते समय सभी बिंदुओं को ध्यान में नहीं रखा गया।
नयी दिल्ली। सशस्त्र बलों में भर्ती की नई 'अग्निपथ' योजना को लेकर केंद्र सरकार को अभ्यार्थियों के साथ-साथ विपक्षी दलों के विरोध का भी सामना करना पड़ा रहा है। लेकिन अब भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। पिछले दिनों वरुण गांधी ने अग्निपथ को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवाओं के प्रति अपना समर्थन जताया था और अब उन्होंने इस योजना को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। भाजपा सांसद ने कहा कि पहले प्रहार फिर विचार करना एक संवेदनशील सरकार के लिए उचित नहीं है।
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उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि 'अग्निपथ योजना' को लाने के बाद महज कुछ घंटे के भीतर इसमें किए गए संशोधन यह दर्शाते हैं कि संभवतः योजना बनाते समय सभी बिंदुओं को ध्यान में नहीं रखा गया। जब देश की सेना, सुरक्षा और युवाओं के भविष्य का सवाल हो तो ‘पहले प्रहार फिर विचार’ करना एक संवेदनशील सरकार के लिए उचित नहीं।
हर युवा का अधिकार है सुरक्षित भविष्य
इससे पहले वरुण गांधी ने कहा था कि सैन्य अभ्यर्थियों के इस संघर्ष में मैं हर कदम पर उनके साथ खड़ा हूं। आप सभी से विनम्र निवेदन है कि धैर्य से काम लें और लोकतांत्रिक मर्यादा बनाए रखते हुए अपने ज्ञापन विभिन्न माध्यमों से सरकार तक पहुंचाये। सुरक्षित भविष्य हर युवा का अधिकार है! न्याय होगा। इतना ही नहीं उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने युवाओं के मन में चल रहे सवालों का जिक्र किया था।
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उन्होंने कहा था कि आदरणीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी, 'अग्निपथ' योजना को लेकर देश के युवाओं के मन में कई सवाल हैं। युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों को सामने रख कर अपना पक्ष साफ करे। जिससे देश की युवा ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग सही दिशा में हो सके।
'अग्निपथ योजना' को लाने के बाद महज कुछ घंटे के भीतर इसमें किए गए संशोधन यह दर्शाते हैं कि संभवतः योजना बनाते समय सभी बिंदुओं को ध्यान में नहीं रखा गया।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 18, 2022
जब देश की सेना, सुरक्षा और युवाओं के भविष्य का सवाल हो तो ‘पहले प्रहार फिर विचार’ करना एक संवेदनशील सरकार के लिए उचित नहीं।
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