कोरोना संकट पर राहुल संग मंथन करते हुए बोले नोबेल विजेता अभिजीत, हर किसी को अस्थायी राशन कार्ड दे सरकार

rahul gandhi
अभिनय आकाश । May 5 2020 9:48AM

देश में राशन कार्ड की काफी और लोगों के पास खाना नहीं होने जैसे मुद्दे पर अभिजीत ने कहा कि सरकार हर किसी को अस्थायी राशन कार्ड दें, जो कम से कम तीन महीने के लिए काम करें। इनका इस्तेमाल उन्हें रुपये, गेंहू और चावल देने के लिए करें।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस संकट और इसके आर्थिक प्रभाव पर नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। इस दौरान अभिजीत बनर्जी ने राहुल से कहा कि भारत को प्रोत्साहन पैकेज की जरूरत है, हमने अब तक पर्याप्त आर्थिक पैकेज नहीं दिया है। मांग को फिर से जीवित करना महत्वपूर्ण है, निचले तबके के 60 प्रतिशत लोगों को ज्यादा देने से कुछ बुरा नहीं हो जाएगा।

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देश में राशन कार्ड की काफी और लोगों के पास खाना नहीं होने जैसे मुद्दे पर अभिजीत ने कहा कि सरकार हर किसी को अस्थायी राशन कार्ड दें, जो कम से कम तीन महीने के लिए काम करें। इनका इस्तेमाल उन्हें रुपये, गेंहू और चावल देने के लिए करें। बनर्जी ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के लिए ‘आधार’ आधारित दावों से गरीबों की कई मुश्किलें हल हो गई होतीं। गरीबों का बड़ा समूह अब भी व्यवस्था का हिस्सा नहीं।

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 लॉकडाउन को लेकर बनर्जी ने कहा कि में महामारी के बारे में पता होना चाहिए, लॉकडाउन को बढ़ाने से कुछ नहीं होगा। राज्यों को विकल्प दिए जाने चाहिए, लॉकडाउन पर अपने हिसाब से फैसला लेने की अनमुति दी जानी चाहिए।

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इससे पहले राहुल ने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के साथ इसी तरह का संवाद किया था।इस संवाद में राजन ने कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन को सावधानीपूर्वक खत्म करने की पैरवी करते हुए कहा था कि गरीबों की मदद के लिए सीधे उनके खाते में पैसे भेजे जाएं। इस पर करीब 65 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया था।

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