मोकामा और गोपालगंज में चुनाव प्रचार नहीं करेंगे नीतीश कुमार, भाजपा ने उठाए थे सवाल
गोपालगंज के भी उम्मीदवार पर भाजपा के कई आरोप लगा रही है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार कहीं ना कहीं अपनी राजनीतिक छवि को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। लेकिन उन्होंने अपना जख्म भी दिखाया था। वहीं नीतीश कुमार के प्रचार करने की खबर के बाद से ही भाजपा हमलावर हो गई थी।
बिहार में 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान में होंगे। इन सबके बीच खबर थी कि नीतीश कुमार मोकामा और गोपालगंज में आरजेडी प्रत्याशी के लिए प्रचार करने जाएंगे। हालांकि, अब साफ तौर पर कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार अब प्रचार में नहीं जाएंगे। नीतीश कुमार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव प्रचार में नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा है कि मेरे पेट में चोट है। वह चोट से उबरने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने 26 अक्टूबर को मीडिया को भी अपने पेट का जख्म भी दिखाया था। इससे पहले खबर थी कि नीतीश कुमार दोनों ही सीटों पर चुनाव प्रचार करने जाएंगे। जिसको लेकर भाजपा ने सवाल भी उठाए थे। दरअसल, मोकामा सीट पर आरजेडी ने अनंत सिंह की पत्नी को टिकट दिया है। फिलहाल अनंत सिंह के साथ नीतीश कुमार के रिश्ते बेहद तल्ख हैं।
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गोपालगंज के भी उम्मीदवार पर भाजपा के कई आरोप लगा रही है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार कहीं ना कहीं अपनी राजनीतिक छवि को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। लेकिन उन्होंने अपना जख्म भी दिखाया था। वहीं नीतीश कुमार के प्रचार करने की खबर के बाद से ही भाजपा हमलावर हो गई थी। भाजपा के सुशील मोदी कहा था कि शराबबंदी और अपराध पर जीरो टॉलरेंस का दम्भ भरने वाले नीतीश कुमार गोपालगंज में शराब माफिया मोहन गुप्ता और मोकामा में आंचलिक आतंक के पर्याय अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी के लिए किस मुँह से वोट मांगने जाएँगे? उन्होंने कहा था कि अनंत सिंह पर पुटुस यादव की बर्बर तरीके से हत्या करने सहित 38 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनके परिसर से एके-47 और हैंड ग्रेनेड बरामद होने के कारण दस साल की सजा हुई।
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भाजपा नेता ने साफ तौर पर कहा था कि ऐसे आपराधिक व्यक्ति की विधानसभा सदस्यता रद होने पर उसकी पत्नी को राजद का टिकट मिलना और उसके लिए जदयू के नीतीश कुमार का वोट मांगना कहाँ की नैतिकता है? क्या नीतीश कुमार की अन्तरात्मा कुछ नहीं बोलती? उन्होंने कहा था कि अनंत सिंह जब तक जदयू में थे, उनके यहां पुलिस का छापा नहीं पड़ा, लेकिन ललन सिंह को चुनौती देते ही उनके यहां छापा पड़ गया। अब नीतीश कुमार उसी अनंत सिंह की पत्नी के पक्ष में प्रचार करने जाएंगे।
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