नीतीश सरकार पर फिर बरसे सुशील मोदी, कहा- मेडिकल-इंजीनियरिंग में लड़कियों को आरक्षण का वादा भूल गए CM

भाजपा नेता ने आगे कहा कि एनडीए सरकार ने ही देश में पहली बार बिहार के स्थानीय निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण लागू किया। उन्होंने कहा कि राज्य के 38 इंजीनियरिंग कालेज में कुल 9365 सीट है, जिसमें आरक्षण नहीं मिलने से लगभग 3 हजार छात्राएं वंचित रह जाएंगी।
बिहार में आरक्षण को लेकर राजनीति पूरी तरीके से गर्म है। सत्तारूढ़ महागठबंधन और भाजपा आमने-सामने है। इन सबके बीच भाजपा नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर जबरदस्त आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है। अपने बयान में सुशील मोदी ने कहा कि राज्य के मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज के दाखिले में लड़कियों को 33 फीसद आरक्षण देने की एनडीए सरकार की घोषणा को नीतीश कुमार ने भुला दिया,जिससे 3 हजार बेटियां इंजीनियर और 700 बेटियां डाक्टर बनने से वंचित रह जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर महिला आरक्षण लागू करने का आदेश निर्गत करें।
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भाजपा नेता ने आगे कहा कि एनडीए सरकार ने ही देश में पहली बार बिहार के स्थानीय निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण लागू किया। उन्होंने कहा कि राज्य के 38 इंजीनियरिंग कालेज में कुल 9365 सीट है, जिसमें आरक्षण नहीं मिलने से लगभग 3 हजार छात्राएं वंचित रह जाएंगी। सुशील मोदी ने आगे कहा कि राज्य के 11 सरकारी और 7 निजी मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की कुल सीटें 2021 हैं। एक सरकारी और चार निजी डेंटल कालेज में कुल 270 नामांकन हो सकते हैं। इन मेडिकल और डेंटल कालेज की 2291 सीटों पर यदि 33 फीसद आरक्षण नहीं मिला, तो 700 लड़कियां डाक्टर नहीं बन पाएंगी।
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राज्यसभा सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार 14 महीने पहले की अपनी घोषणा को क्यों नहीं लागू कर पाए, जिसका खामियाजा लड़कियों को भुगतना पड़ेगा। इससे पहले सुशील मोदी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश की अवहेलना कर बिहार में अतिपिछड़ों को आरक्षण दिये बिना चुनाव कराने की जिद पर अड़े मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हाई कोर्ट में मुँह की खानी पड़ी। उन्हें कोर्ट के सामने आत्म समर्पण करना पड़ा। उन्होंने कहा था कि यदि सरकार ने विशेष आयोग बनाने का निर्णय पहले कर दिया होता, तो यह फ़ज़ीहत नहीं होती। नीतीश कुमार की हालत उस पठान जैसी है, जिसने 40 जूते भी खाए और 40 प्याज़ भी। कोर्ट ने उनके अहंकार को तोड़ दिया।
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