नजमा हेपतुल्ला जन्मदिन विशेष: वरिष्ठ भारतीय राजनेता के बारे में जानने योग्य बातें
हेपतुल्ला ने मुंबई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महासचिव के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। जिसके बाद उपाध्यक्ष के रूप में उत्तरदायित्व संभाला। 1980 से वो राज्यसभा की सदस्य रही हैं। 1985 से 1986 और 1988 से जुलाई 2007 तक वे राज्यसभा की उपसभापति की भूमिका में नजर आईं।
13 अप्रैल 1940 को जन्मी नजमा हेपतुल्ला एक भारतीय राजनीतिज्ञ, सरकारी अधिकारी, सामाजिक अधिवक्ता और लेखिका हैं, जिन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस पार्टी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों में प्रमुख पदों पर काम किया। हेपतुल्ला का पालन-पोषण भोपाल में हुआ था और वो प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद की पोती हैं। हेपतुल्ला मोदी सरकार पार्ट 1 अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री रह चुकी है।
शुरुआती जीवन और शिक्षा
हेपतुल्ला का पालन-पोषण भोपाल में हुआ था और वह प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान और भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद की पोती हैं। 1960 में उन्होंने भोपाल के एक कॉलेज से जूलॉजी में मास्टर डिग्री प्राप्त की और दो साल बाद डेनवर विश्वविद्यालय से कार्डियक एनाटॉमी में पीएच डी की डिग्री ली। उन्होंने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा भोपाल के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय से प्राप्त की। नजमा हेपतुल्ला की शादी प्रसिद्घ मानव संसाधन सलाहकार अकबर अली ए हेपतुल्ला से हुई। जिनसे उन्हें तीन बेटियां हैं। सितंबर 2007 में अकबरली का निधन हो गया।
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राजनीतिक सफर
हेपतुल्ला ने मुंबई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महासचिव के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। जिसके बाद उपाध्यक्ष के रूप में उत्तरदायित्व संभाला। 1980 से वो राज्यसभा की सदस्य रही हैं। 1985 से 1986 और 1988 से जुलाई 2007 तक वे राज्यसभा की उपसभापति की भूमिका में नजर आईं। लेकिन सोनिया गांधी के साथ रिश्तों में खटास की वजह से वो बीजेपी में शामिल हो गई। साल 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान वो बीजेपी में शामिल हो गई। जुलाई 2004 में भाजपा के टिकट पर राज्यसभा के लिए चुनीं गईं। वे भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी बनाई गईं। वर्ष 2007 में वह उपराष्ट्रपति के चुनाव में हामिद अंसारी से 233 वोटों से हार गई थीं। उन्होंने 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली।
मानव विकास राजदूत के रूप में नामित किया गया
डॉ. हेपतुल्ला ने सामाजिक सुरक्षा, सतत विकास, महिलाओं के लिए सुधार आदि जैसे कई मानवाधिकार मुद्दों पर कई लेख लिखे हैं। उन्होंने एड्स: रोकथाम के दृष्टिकोण पर एक पुस्तक भी लिखी है। कई पुस्तकों की लेखिका और एक कार्यकर्ता, हेपतुल्ला को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा अपने मानव विकास राजदूत के रूप में नामित किया गया था। हेपतुल्ला ने 1997 में महिलाओं की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र आयोग में एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। डॉ. नजमा हेपतुल्ला को 17 अगस्त 2016 को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। 10 अगस्त 2021 को सेवानिवृत्त हो गईं।
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