Mumbai: मोदक सागर झील उफान पर, शहर के सात जलाशय 68 फीसदी तक भरे
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित तुलसी झील इस साल सबसे पहले 20 जुलाई को उफान पर आ गई थी। मुंबई, ठाणे और नासिक जिले में स्थित सात जलाशयों भाटसा, ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, तानसा, मोदक सागर, विहार और तुलसी से मुंबई को पेयजल की आपूर्ति की जाती है।
मुंबई। मुंबई और उसके उपनगरों को पेयजल आपूर्ति करने वाले सात जलाशयों में से एक मोदक सागर झील जलग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण उफान पर है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी जिले ठाणे में वैतरणा नदी पर बनी मोदक सागर झील पूरी तरह भर गई और उसका पानी बृहस्पतिवार रात 10 बजकर 52 मिनट पर बाहर आने लगा है। लगातार बारिश होने की वजह से विहार, तानसा और तुलसी के बाद इस मानसून सीजन में उफान पर आने वाली यह चौथी झील है।
ठाणे जिला सूचना अधिकारी मनोज सनप ने बताया झील के उफान पर आने के बाद बांध के दो द्वार खोलकर छह हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित तुलसी झील इस साल सबसे पहले 20 जुलाई को उफान पर आ गई थी। मुंबई, ठाणे और नासिक जिले में स्थित सात जलाशयों भाटसा, ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, तानसा, मोदक सागर, विहार और तुलसी से मुंबई को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। स्थानीय निकाय प्रशासन के अनुसार, शुक्रवार को सुबह ये जलाशय अपनी क्षमता के 68 फीसदी तक भर चुके हैं।
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ज्ञात हो कि जलग्रहण क्षेत्रों में कम बारिश के चलते झीलों में पानी का स्तर काफी नीचे आ गया था, जिसके कारण बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने एक जुलाई से पानी की आपूर्ति 10 फीसदी घटा दी थी। बीएमसी के अधिकारियों ने बताया कि महानगर में पोवई झील इस माह के शुरु में ही उफान पर आ गई थी, लेकिन इसके पानी का उपयोग पीने के लिए नहीं किया जाता। ठाणे जिले में बारवी बांध अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने वाला है। एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को सुबह सात बजे बांध का जलस्तर 71.40 मीटर था, जबकि72.60 फुट तक पानी के पहुंचने के बाद यह उफान पर आ जाएगा।
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