केरल में बहु-प्रजाति मत्स्य पालन परिसर शुरू करने की तैयारी: MPEDA
देश में मछली उत्पादन में क्रांतिकारी बदलाव करने के उद्येश्य से समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) यहां पास के वल्लारपदम में एक विशाल बहु - प्रजाति मछलीपालन परिसर चालू करने की तैयारी में है।
कोच्चि। देश में मछली उत्पादन में क्रांतिकारी बदलाव करने के उद्येश्य से समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) यहां पास के वल्लारपदम में एक विशाल बहु - प्रजाति मछलीपालन परिसर चालू करने की तैयारी में है। यह परिसर 8.5 एकड़ में फैला है जहां छह सात व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण मछली प्रजातियों के बीज अथवा उनके बच्चों का उत्पादन होगा जिनकी निर्यात मांग अधिक है।
इनमें टाइगर श्रिंप, एशियाई सीबास, पोम्पानो, कोबिया, आनुवंशिक रूप से उन्नत तिलपिया (गिफ्ट), कीचड़ में रखने वाले केकड़े इत्यादि शामिल हैं। एमपीईडीए के अध्यक्ष, ए जयथिलक ने कहा कि इस केन्द्र की एक अनूठी विशेषता इसकी टाइगर श्रिंप ‘हैचरी’ होगी।इसमें प्रति वर्ष दो करोड़ स्वस्थ मत्स्य जरवे तैयार किए जाएंगे। कोच्चि स्थित यह केन्द्र एक मॉडल के रूप में काम करेगा जो देश के अन्य हिस्सों में इसी तरह की सुविधाओं की स्थापना के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।
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