कर्नाटक में कांग्रेस की जीत राहुल गांधी की जीत और मोदी की हार है : Madhya Pradeshके नेता प्रतिपक्ष
कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए 10 मई को हुए मतदान में कांग्रेस ने 135 सीटें जीतीं जबकि भाजपा और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जनता दल (सेक्युलर) को क्रमश: 66 और 19 सीटें मिलीं।
मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत को राहुल गांधी की जीत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार बताया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वैचारिक मार्गदर्शक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को ‘‘अफवाह फैलाने वाला संगठन’’ करार दिया। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए 10 मई को हुए मतदान में कांग्रेस ने 135 सीटें जीतीं जबकि भाजपा और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जनता दल (सेक्युलर) को क्रमश: 66 और 19 सीटें मिलीं।
मध्यप्रदेश के भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट से कांग्रेस के सात बार के विधायक सिंह ने सोमवार को यहां कहा, ‘‘कर्नाटक चुनाव मोदी बनाम राहुल गांधी था। यह राहुल गांधी और पार्टी कार्यकर्ताओं की जीत है। यह मोदी की हार है।’’ उन्होंने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान जय बजरंगबली के नारे का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला। सिंह ने कहा, ‘‘देश के लोगों को समझ आ गया है। प्रधानमंत्री के सम्मानित पद पर आसीन होने के बावजूद मोदी चुनाव प्रचार के दौरान जय हनुमान का उद्घोष करते रहे। उन्हें शर्म आनी चाहिए।’’
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान, मोदी ने दक्षिणपंथी संगठन बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के वादे के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा था और प्रतिबंध की तुलना बजरंगबली को ‘‘तालाबंद’’ करने से की थी। उन्होंने कुछ भाषणों में जय बजरंगबली का उद्घोष भी किया था। प्रदेश कांग्रेस इकाई में कथित गुटबाजी के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। यह भाजपा का षड्यंत्र है। भाजपा में भी एक आरएसएस है। इसका नाम है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ। मैं तो हमेशा से कहता हूं ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नहीं है, ये राष्ट्रीय षड्यंत्रकारी संगठन है। आरएसएस, ‘रयूमर स्प्रेडिंग सोसायटी’ यानी अफवाह फैलाने वाली संस्था है।’’
अपने शुरुआती दिनों में सिंह समाजवादी नायक राम मनोहर लोहिया की समाजवादी युवजन सभा से जुड़े थे। वह 1993 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। जनता दल के टिकट पर 1990 में उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव साल के अंत तक होने हैं।
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