आजाद के समर्थन में आ सकते हैं और भी इस्तीफे, उथलपुथल के बाद CWC की बैठक, शर्मा दिखाएंगे तेवर !
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी दोबारा अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं हैं लेकिन वरिष्ठ नेता उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं। इसी बीच गुलाम नबी आजाद का राहुल गांधी पर सवाल खड़ा करते हुए इस्तीफा देने वरिष्ठ नेताओं की मुश्किलों को बढ़ाने जैसा रहा।
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद ग्रैंड ओल्ड पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इसी बीच कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई है। यह बैठक वर्चुअली होनी है। जहां एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर चर्चा होनी है। वहीं दूसरी तरह गुलाम नबी आजाद का मुद्दा जोरो शोरो से उठ सकता है। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से पहले शनिवार को आनंद शर्मा ने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की। ऐसे में वो अपना तेवर दिखा सकते हैं।
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आपको बता दें कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी दोबारा अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं हैं लेकिन वरिष्ठ नेता उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं। इसी बीच गुलाम नबी आजाद का राहुल गांधी पर सवाल खड़ा करते हुए इस्तीफा देने वरिष्ठ नेताओं की मुश्किलों को बढ़ाने जैसा रहा। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद राहुल गांधी ने व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद से अब तक कांग्रेस को कोई अध्यक्ष नहीं मिला है। सोनिया गांधी बतौर अंतरिम अध्यक्ष पार्टी को संभाल रही हैं और उनका स्वास्थ्य अब उतना बेहतर नहीं है।
क्या टलेगा अध्यक्ष पद का चुनाव ?
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गांधी परिवार के बाहर के व्यक्ति के नाम पर मंथन करने के संकेत दिए थे। ऐसे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव कुछ हफ्तों के लिए टल सकता है। कांग्रेस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव को कुछ हफ्तों के लिए टाला जा सकता है। ऐसे में यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि कांग्रेस कार्यसमिति अध्यक्ष पद चुनाव पर मुहर लगाती है या फिर इस कार्यक्रम को कुछ हफ्तों के लिए बढ़ाया जा रहा है।
कई नेता आजाद होने को तैयार
गुलाम नबी आजाद के समर्थन में जम्मू-कश्मीर के कई पूर्व विधायकों ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है। जबकि कई नेता और कार्यकर्ता इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। गुलाम नबी आजाद के आवास पर मंथन चल रहा है। आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद जल्द ही अपनी पार्टी का गठन करेंगे और सबसे पहले जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे। इसी बीच गुलाम नबी आजाद के करीबी सहयोगी गुलाम मोहम्मद सरूरी उर्फ जीएम सरूरी का बयान सामने आया है।
उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर के कई वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक और दूसरे दलों के अन्य लोग भी दिल्ली में गुलाम नबी आजाद के मुख्यालय में हैं। बातचीत चल रही है, कई ने इस्तीफा दे दिया है, अन्य प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम के सदस्य, वार्ड सदस्य, ब्लॉक सदस्य, जम्मू-कश्मीर के जिलाध्यक्ष भी इस्तीफा दे रहे हैं। ऐसे कई लोग थे जो इसके होने का इंतजार कर रहे थे। 2017 के बाद से कांग्रेस हाईकमान ने गंभीरता नहीं दिखाई।
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उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाएंगे। वर्तमान परिदृश्य में, जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं। वह 4 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में एक जनसभा आयोजित कर रहे हैं, सभी पूर्व विधायकों का समर्थन है।
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