पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा, गोलियों की बौछार के 15 मिनट बाद तक जिंदा थे मूसेवाला
रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला के बारे में कहा गया है कि उनपर गोलियों की बौछार होने के बाद वे 15 मिनट तक जिंदा थे लेकिन इसके बाद उनकी सांसें थम गई और इस दुनिया से विदा हो गए।
मूसेवाला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर कम से कम 20 गोलियों के घाव का खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गोली लगने के बाद करीब 15 मिनट तक मूसेवाला जिंदा थे, जिसके बाद उनकी सांसे थम गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, सिद्धू मूस वाला के शरीर में 14 से 15 गोलियां लगी थीं। इस रिपोर्ट के अनुसार सिद्धू मूस वाला के बारे में कहा गया है कि गोली लगने के बाद वह 15 मिनट तक जिंदा रहा, लेकिन उसके बाद उसकी सांसें थम गईं, जैसा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चलता है।
इसे भी पढ़ें: सिद्धू मूसेवाला की हत्या और HC की फटकार के बाद पंजाब सरकार का बड़ा फैसला, 424 वीआईपी की सुरक्षा फिर से होगी बहाल
रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला के बारे में कहा गया है कि उनपर गोलियों की बौछार होने के बाद वे 15 मिनट तक जिंदा थे लेकिन इसके बाद उनकी सांसें थम गई और इस दुनिया से विदा हो गए। मृतक का पोस्टमॉर्टम पांच डॉक्टरों के पैनल ने किया है। एक अधिकारी ने कहा कि अत्यधिक रक्तस्राव से मौत हो सकती है। वहीं, अंदरूनी अंगों में चोट की भी पुष्टि हुई है। बताया गया कि पोस्टमार्टम के बाद विसरा के नमूनों को सुरक्षित रख लिया गया है और आगे की जांच के लिए भेजा जा रहा है।
इसे भी पढ़ें: मूसेवाला हत्या: उच्च न्यायालय ने लॉरेंस बिश्नोई की याचिका खारिज की
मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़े थे। परिवार की मांग थी कि हत्या की जांच हाईकोर्ट के जज के नेतृत्व में कराई जाए और इसके लिए एनआईए-सीबीआई की मदद ली जाए। परिवार वालों ने सवाल उठाया कि जब खतरे की आशंका थी तो सुरक्षा हटाने की सूची सार्वजनिक क्यों की गई? इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हालांकि बाद में समझाने और आश्वासन के बाद परिजन मृतक के पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गए।
अन्य न्यूज़