मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजों आबे से की बात, सेनाओं के बीच डील का स्वागत
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी ने आबे को जापान की नई सरकार के साथ निकटता से काम करने के अपने इरादे से अवगत कराया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के बीच की साझेदारी को जो मजबूत गति मिली है, वह भविष्य में भी निर्बाध जारी रहेगी।
दोनों नेताओं ने भारतीय सशस्त्र बलों और जापान के आत्म रक्षा बलों के बीच ‘‘आपूर्ति और सेवाओं के आदान-प्रदान संबंधी समझौते’’ परहस्ताक्षर किए जाने का स्वागत किया। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘उन्होंने सहमति जताई कि यह समझौता दोनों देशों के रक्षा सहयोग को और गहराई देगा तथा हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा में योगदान करेगा।’’ मोदी ने इसके बाद ट्वीट कर कहा, ‘‘अपने मित्र शिंजो आबे को फोन कर उनकी अच्छी सेहत और उनके खुश रहने की कामना की। उनके साथ अपने गहरे संबंधों को मैं संजो के रखूंगा।उनका नेतृत्व और उनकी प्रतिबद्धता भारत और जापान रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने में अहम रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले सालों में भी यह गति जारी रहेगी।’’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक संवाददाता सम्मेलन में मोदी और आबे के बीच की वार्ता को ‘‘बहुत जोशीली’’ बताया और कहा कि दोनों नेताओं ने वाराणसी और साबरमती तथा कोबे और क्योटो में अपनी मुलाकातों से संबंधित यादें ताजा की।PM expressed gratitude to PM Abe for his personal leadership & commitment to enhance strategic partnership with Japan which covers several domains. Also discussed status of ongoing cooperation & reviewed various projects including Mumbai-Ahmedabad high speed railway project: MEA https://t.co/99mz5JtAs8
— ANI (@ANI) September 10, 2020
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वर्षों की बातचीत के बाद भारत और जापान ने दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच आपूर्ति एवं सेवाओं के आदान-प्रदान के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए है। आपसी विश्वास और मित्रता की फिर से पुष्टि करते हुए मोदी और आबे ने एक दूसरे के देशों के दौरे के दौरान मिले अनुभवों को साझा किया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक दोनों नेताओं ने भारत-जापान विशेष सामरिक और वैश्विक सहयोग से बन रही मुंबई-अहमदाबाद स्पीड रेल परियोजना की भी समीक्षा की। दोनों नेताओं ने सहमति जताई कि दोनों देश अपनेबीच मजबूत साझेदारी से कोविड-19 महामारी के बाद वैश्विक चुनौतियों से निपटने में अहम भूमिका निभाएंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने कोविड महामारी के दौरान एक दूसरे के देशों में रहने वाले नागरिकों को मदद पहुंचाए जाने की तारीफ भी की और सहमति जताई कि भविष्य में दोनों देशों के बीच इस प्रकार के प्रयास जारी रहेंगे।
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