बौद्ध बच्चों की शिक्षा के लिए अभियान चलाने पर मिजोरम राज्यपाल ने किया तरुण विजय का सम्मान
मिज़ोरम में बांग्लादेश सीमा पर बसे अत्यंत कठिन स्थिति में दारुण जीवन जी रहे बौद्ध चकमा बच्चों की शिक्षा और उनकी निःशुल्क आवासीय विद्यालय व्यवस्था हेतु यात्रा पर गये थे। मिजोरम से बड़ी संख्या में बौद्ध चकमा बच्चों को शिक्षा हेतु देहरादून लाया जाएगा।
देहरादून-आइजॉल। मिजोरम के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कम्भमपति द्वारा आइजॉल राज भवन में उत्तराखण्ड के पूर्व सांसद और युद्ध स्मारक शौर्य स्थल के संस्थापक अध्यक्ष तरुण विजय का सम्मान किया गया। वे मिज़ोरम में बांग्लादेश सीमा पर बसे अत्यंत कठिन स्थिति में दारुण जीवन जी रहे बौद्ध चकमा बच्चों की शिक्षा और उनकी निःशुल्क आवासीय विद्यालय व्यवस्था हेतु यात्रा पर गये थे। मिजोरम से बड़ी संख्या में बौद्ध चकमा बच्चों को शिक्षा हेतु देहरादून लाया जाएगा।
तरुण विजय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सुदूर हिमालय पर्वतीय क्षेत्रों में बसे वंचित और आर्थिक दृष्टि से विपन्न समाज की सेवा और शिक्षा की संकल्प-भावना से प्रेरित होकर वे देहरादून से 2500 किमी दूर इन बांग्ला सीमा पर बसे गाँवों में गये थे, जहां सड़क भी नहीं है और उनको नदी मार्ग से गाँव तक पहुँचना पड़ा। राज्यपाल ने इस मानवीय कार्य हेतु उत्तराखंड के नागरिकों व मुख्यमंत्री श्री धामी का धन्यवाद भी दिया।
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