जीएसटी पर लोगों की भ्रांतियां दूर करने में मदद करें मंत्री: योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माल एवं सेवा कर अधिनियम (जीएसटी) को लेकर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के लिए अपनी सरकार के मंत्रियों से जिलों में जाकर जागरूकता फैलाने की अपेक्षा की है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माल एवं सेवा कर अधिनियम (जीएसटी) को लेकर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के लिए अपनी सरकार के मंत्रियों से जिलों में जाकर जागरूकता फैलाने की अपेक्षा की है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्यों को जीएसटी से अवगत कराने के लिए मंगलवार को आयोजित कार्यशाला में मंत्रियों से अपेक्षा की कि वे जिलों में जाकर व्यापारियों, चार्टर्ड एकाउण्टेण्ट्स, अधिवक्ताओं तथा व्यापारिक संगठनों से नियमित संवाद करें तथा गोष्ठियों, संवाद और प्रेस वार्ताओं के माध्यम से इस प्रणाली के सम्बन्ध में हो रही भ्रांतियों और गलतफहमियों को दूर करें।
योगी ने कहा कि व्यापारियों को जीएसटी के प्रावधानों की समुचित जानकारी न मिलने के कारण इस नई कर प्रणाली के बारे में उनके मन में कुछ भ्रांतियां और शंकाएं हैं, जिनका समाधान किया जाना जरूरी है। यह सभी का दायित्व है कि जीएसटी के सम्बन्ध में सही जानकारी आम उपभोक्ताओं एवं व्यापारियों तक पहुंचे, जिससे उनकी भ्रांतियां व शंकाएं दूर हो सकें। योगी ने जीएसटी कर प्रणाली को देश की आजादी के बाद का सबसे महत्वपूर्ण कर सुधार बताते हुए इसे एक क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि जीएसटी प्रणाली 'एक कर, एक देश, एक बाजार' की परिकल्पना को साकार करेगी।
उन्होंने कहा कि यह प्रणाली व्यापारियों, उद्यमियों, उपभोक्ताओं एवं आम-जन के हित में है। यह अत्यन्त सरल, पारदर्शी, उत्पीड़न मुक्त और विकासोन्मुख कर व्यवस्था है, जिससे आम व गरीब उपभोक्ताओं को लाभ होगा और व्यापारी सुगमता से व्यापार कर सकेंगे। उद्योग व व्यापार में प्रगति होगी और इंस्पेक्टर राज की समाप्ति होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के हित से बड़ा कोई हित नहीं है। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य होने के नाते यहां पर सबसे अधिक उपभोक्ता निवास करते हैं। इस कर प्रणाली के लागू होने से उत्तर प्रदेश को सर्वाधिक लाभ होगा।
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