मौलाना तौकीर रजा ने कांग्रेस का किया समर्थन, बोले- अखिलेश यादव मुसलमानों के लिए बीजेपी से भी खराब
तौकीर रजा ने कहा कि अखिलेश यादव मुसलमानों के लिए बीजेपी से भी खराब है। उन्होंने कहा कि अखिलेश के हाथ गैरजिम्मेदार हाथ है और उनके हाथों में सूबे की बागडोर को नहीं सौंप सकते। अपने वक्तव्य के दौरान मौलाना तौकीर रजा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को सच्चा सेक्युलरिस्ट बताया।
उत्तर प्रदेश में चुनावी ऐलान के साथ ही सभी दल अपने कुनबे को बड़ा करने में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में विभिन्न पार्टियों की ओर से सभी समीकरणों को साधने की लगातार कोशिश की जा रही है। आज इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने बिना किसी शर्त कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन दे दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की उपस्थिति में मौलाना तौकीर रजा ने अखिलेश यादव पर भी जमकर हमला किया। तौकीर रजा ने कहा कि अखिलेश यादव मुसलमानों के लिए बीजेपी से भी खराब है। उन्होंने कहा कि अखिलेश के हाथ गैरजिम्मेदार हाथ है और उनके हाथों में सूबे की बागडोर को नहीं सौंप सकते। अपने वक्तव्य के दौरान मौलाना तौकीर रजा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को सच्चा सेक्युलरिस्ट बताया।
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आपको बता दें कि मौलाना तौकीर रजा खां आला हजरत बरेली शरीफ से भी ताल्लुक रखते हैं। कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा के साथ ही रजा भाजपा और समाजवादी पार्टी पर समान रूप से हमलावर दिखे। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि कुछ लोगों की गलतफहमी की वजह से ही वह कांग्रेस पार्टी से दूर हुए थे। अपना मकसद सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस के हाथों को मजबूत करना है। रजा ने दावा किया कि देश और प्रदेश की भलाई के लिए कांग्रेस को मजबूत होना बेहद जरूरी है। राजा ने दावा किया कि बीजेपी सरकार की मनहूसियत से बचने के लिए उन्हें हर हाल में रोकना जरूरी है।
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सपा और भाजपा पर हमला जारी रखते हुए मौलाना तौकीर रजा ने दोनों ही दलों को मुसलमानों के लिए खराब बताया। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पार्टी पूरा दमखम उत्तर प्रदेश में लगा रही है। उत्तर प्रदेश की 403 सीटों के लिए 7 चरणों में चुनाव होंगे जबकि नतीजे 10 मार्च को आएंगे। उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच माना जा रहा है। लेकिन बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस की वजह से मुकाबला दिलचस्प दिखाई दे रहा है।
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