अमित शाह, सोनिया गांधी सहित कई नेताओं ने राम जेठमलानी को श्रद्धांजलि दी
जेठमलानी सोहराबुद्दीन शेख कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में अमित शाह के वकील थे। घटना के समय गुजरात के गृह मंत्री रहे शाह के खिलाफ इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप पत्र दायर किया था, लेकिन अदालत ने सबूतों के अभाव में उन्हें रिहा कर दिया था।
नयी दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को जाने-माने न्यायविद् राम जेठमलानी को श्रद्धांजलि अर्पित की। जेठमलानी का रविवार सुबह निधन हो गया। शाह ने यहां जेठमलानी के निवास पर पहुंचकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी और शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, ‘‘श्री राम जेठमलानी जी को नई दिल्ली स्थित उनके निवास पर श्रद्धांजलि दी।’’ प्रख्यात न्यायविद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी का रविवार को निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह कुछ महीनों से बीमार थे। जेठमलानी सोहराबुद्दीन शेख कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में अमित शाह के वकील थे। घटना के समय गुजरात के गृह मंत्री रहे शाह के खिलाफ इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप पत्र दायर किया था, लेकिन अदालत ने सबूतों के अभाव में उन्हें रिहा कर दिया था।
Paid last respects to Shri Ram Jethmalani ji at his residence in New Delhi. pic.twitter.com/Nmn85ZUg4u
— Amit Shah (@AmitShah) September 8, 2019
वेणुगोपाल ने कहा देश ने एक बेतहरीन वकील खो दिया
अटॉर्नी जनरल के. के. वेणुगोपाल ने रविवार को कहा कि जानेमाने न्यायविद राम जेठमलानी के निधन से देश ने एक बेहतरीन वकील खो दिया है जो साहसी थे और जिन्होंने सर्वाधिक सनसनीखेज फौजदारी और संवैधानिक मामलों को मजबूती से पेश किया। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘उनके निधन से न केवल देश के वकील समुदाय को क्षति पुहंची है बल्कि संसद और पूरे देश को नुकसान हुआ है।’’ अटॉर्नी जनरल ने कहा कि जेठमलानी की निर्भीकता उन्हें देश के बेहतरीन वकीलों में से एक बनाती है। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘मेरे अनुसार वह वकील थे, सर्वाधिक सनसनीखेज मामलों खासतौर पर फौजदारी मामलों की पैरवी करने के मामलों में वह असाधारण थे। इसलिए मैंने उनसे एक बार कहा था कि देश के क्रिमिनल बार में उनका ओहदा सबसे ऊपर है। इस पर उन्होंने कहा, मैं संवैधानिक मामलों का भी नंबर एक का वकील हूं। उन्होंने यह इसलिए कहा क्योंकि वह सभी तरह के मामलों को देखते थे।’’ अटॉर्नी जनरल ने कहा कि जेठमलानी अपनी बातों को बेबाकी से रखते थे और न्यायपालिका के खिलाफ बोलने में भी संकोच नहीं करते थे। उन्होंने उन्हें ऐसे वरिष्ठ वकील के रूप में याद किया जो हर बड़े फौजदारी अपीलों और संवैधानिक मामलों में मौजूद रहे।
सोनिया गांधी ने जेठमलानी के निधन पर जताया शोक
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के निधन पर रविवार को शोक व्यक्त किया। जेठमलानी ने रविवार को नयी दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास में सुबह पौने आठ बजे अंतिम सांस ली। वह 95 वर्ष के थे। उनकी तबियत कुछ महीनों से ठीक नहीं थी। कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री राम जेठमलानी के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
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